Tejashwi Yadav Election Manipulation | Mukesh Yadav का सनसनीखेज आरोप: तेजस्वी यादव पर चुनावी हमला!
नई दिल्ली: बिहार में राजनीति की हलचल तेज हो गई है। राजद (RJD) के विधायक Mukesh Yadav ने एक बड़ा आरोप लगाया है। उनके मुताबिक, NDA (National Democratic Alliance) सरकार चुनावों के समय विशेष रूप से तेजस्वी यादव को परेशान करने का काम करती है। Mukesh Yadav का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकारें अपनी एजेंसियों के जरिए अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाती हैं।
NDA पर आरोप | Tejashwi Yadav Election Manipulation
Mukesh Yadav ने आरोप लगाया कि NDA की सरकारें, चाहे वह केंद्र की हो या बिहार की, चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव को प्रताड़ित करने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने कहा कि ये एजेंसियां केंद्र के इशारे पर काम करती हैं और नेताओं को परेशान करने का काम करती हैं।
- मुख्य आरोप:
- केंद्र और राज्य सरकारें चुनाव के समय तेजस्वी यादव को निशाना बनाती हैं।
- ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जाता है।
Mukesh Yadav ने बताया कि तेजस्वी यादव के लोकप्रियता बढ़ने के बाद बीजेपी और केंद्र सरकार घबरा गई है। उनका कहना है कि जब भी चुनाव नजदीक आते हैं, तब ही इन एजेंसियों की सक्रियता बढ़ जाती है।
तेजस्वी यादव की भूमिका | Tejashwi Yadav Election Manipulation
Mukesh Yadav ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कई बार रोजगार और नौकरी के मुद्दे उठाए। लेकिन जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किए गए, तो उन्होंने तंज कसते हुए जवाब दिया था कि नौकरी देने का पैसा अपने बाप के घर से लाना होगा।
- मुख्य बिंदु:
- तेजस्वी यादव ने विधानसभा में रोजगार के मुद्दे उठाए।
- मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए जवाब दिया था।
Mukesh Yadav के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने अपनी भूमिका निभाते हुए 55 लाख सरकारी नौकरियों की घोषणा की थी। यह राज्य में उनकी बढ़ती लोकप्रियता का कारण बना। इसी वजह से केंद्र सरकार और बीजेपी इन पर लगातार दबाव बना रही है।
विवादित मामले | Tejashwi Yadav Election Manipulation
Mukesh Yadav ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ मामलों को जानबूझकर चुनाव के समय उठाया जाता है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर “लैंड फॉर जॉब” मामले का जिक्र किया, जिसमें तेजस्वी यादव को परेशान करने के लिए ईडी और सीबीआई को सक्रिय किया गया।
- विवादित मामले:
- “लैंड फॉर जॉब” का मामला।
- 14 साल पुराना एफआईआर जो अब चुनाव के समय उठाया गया।
Mukesh Yadav ने सवाल उठाया कि जब इस मामले की एफआईआर 14 साल पहले दर्ज की गई थी, तो ईडी और सीबीआई ने अब तक इस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने यह भी पूछा कि तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा और केंद्र सरकार क्यों घबरा रहे हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया | Tejashwi Yadav Election Manipulation
Mukesh Yadav ने भाजपा और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि यह सब राजनीतिक प्रतिशोध के चलते किया जा रहा है। उन्होंने बीजेपी के पूर्व मंत्री बो रामसूरत राय का भी उल्लेख किया, जिन्होंने इस मुद्दे पर बयान दिया था। Mukesh Yadav का कहना है कि 14 साल पहले दर्ज एफआईआर के मामले में कार्रवाई अब क्यों की जा रही है, जब चुनाव नजदीक हैं।
- सरकार की प्रतिक्रिया:
- भाजपा और केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप।
- एफआईआर पर कार्रवाई का चुनाव से लिंक।
Mukesh Yadav ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव को बार-बार परेशान किया जा रहा है ताकि वे जनता के बीच नहीं जा सकें और अपनी बात न रख सकें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ईडी और सीबीआई केवल चुनाव के समय सक्रिय होती हैं।
निष्कर्ष | Tejashwi Yadav Election Manipulation
Mukesh Yadav के आरोपों के बाद, बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है। तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता और चुनाव के समय एजेंसियों की सक्रियता ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। अब देखना यह होगा कि इस मुद्दे पर आगे क्या विकास होता है और केंद्र और राज्य सरकार की इस पर क्या प्रतिक्रिया होती है।
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Sitesh Choudhary
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