SC-ST Reservation | सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: बिहार में सियासी तूफान!
SC-ST कोटा पर ‘सुप्रीम’ फैसला, Chirag-Tejashwi को नहीं आया रास, जानिए क्या है वजह
बिहार में सुप्रीम कोर्ट का फैसला: राजनीतिक विवाद का नया अध्याय
नई दिल्ली, 3 अगस्त 2024: सुप्रीम कोर्ट ने SC-ST आरक्षण के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है, जिसने बिहार की राजनीति में नया विवाद उत्पन्न कर दिया है। इस फैसले के बाद, जहां एक ओर बीजेपी और जेडीयू ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है, वहीं तेजस्वी यादव और चिराग पासवान इस फैसले के विरोध में खड़े हैं।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला | SC-ST Reservation
सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा है कि “क्रीमी लेयर” को आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा, चाहे वह किसी भी जाति से संबंधित हो। इसके अलावा, राज्य सरकारों को यह भी आदेश दिया गया है कि वे आरक्षण कोटा को जाति के आधार पर बांट सकें, लेकिन किसी भी जाति के क्रीमी लेयर को इसमें शामिल नहीं किया जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय: प्रमुख बिंदु | SC-ST Reservation
- क्रीमी लेयर का आदेश: सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि क्रीमी लेयर को आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा।
- कोटा बंटवारा: राज्य सरकारें आरक्षण कोटा को जाति के आधार पर बांट सकती हैं।
- संविधान का उल्लंघन: कोर्ट ने यह भी कहा कि आरक्षण नीति का उल्लंघन संविधान के अनुसार नहीं है।
बिहार में राजनीतिक हलचल | SC-ST Reservation
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने जाति आधारित गणना के बाद आरक्षण के दायरे को बढ़ाया था, लेकिन अब इस फैसले के बाद स्थिति बदल सकती है।
चिराग पासवान का विरोध | SC-ST Reservation
लोजपा के प्रमुख चिराग पासवान ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा, “एक समुदाय में एक जाति के लोगों के बीच कोटा वार आरक्षण देने से भेदभाव होगा। जब तक इस देश में छुआ-छूत रहेगा, तब तक आरक्षण की जरूरत बनी रहेगी।”
तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया | SC-ST Reservation
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने भी इस फैसले को असंवैधानिक करार दिया। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने आरक्षण के मुद्दे पर कोई क्रीमी लेयर का लिमिटेशन नहीं दिया था। यह सुप्रीम कोर्ट का फैसला संविधान का उल्लंघन है।”
बीजेपी और जेडीयू की प्रतिक्रिया | SC-ST Reservation
भाजपा और जेडीयू ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। भाजपा ने तेजस्वी यादव की आलोचना करते हुए कहा है कि “तेजस्वी यादव को आरक्षण के मुद्दे पर बात करने का कोई अधिकार नहीं है। उनके परिवार के अलावा उन्हें किसी और की चिंता नहीं है।”
बिहार में आरक्षण का वर्तमान परिदृश्य | SC-ST Reservation
बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने ओबीसी के आरक्षण को कोटा वाइज बांटा है। इस फैसले के बाद, अन्य राज्यों को भी सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करना होगा।
बिहार में आरक्षण का बंटवारा | SC-ST Reservation
श्रेणी | विवरण |
---|---|
ओबीसी वन | 50% आरक्षण |
ओबीसी टू | 25% आरक्षण |
नीतीश कुमार का दृष्टिकोण: नीतीश कुमार ने इस फैसले के बाद कहा, “हमारे द्वारा लागू की गई आरक्षण नीति संविधान के अनुसार है। हम आगे भी इसी दिशा में काम करेंगे।”
चिराग पासवान और तेजस्वी यादव का भविष्य का प्लान | SC-ST Reservation
चिराग पासवान और तेजस्वी यादव ने यह भी कहा है कि वे इस मुद्दे को लेकर संविधान की नौवीं अनुसूची में बदलाव की बात करेंगे।
तेजस्वी यादव का भविष्य का एजेंडा
- संविधान में बदलाव: तेजस्वी यादव ने कहा है कि वे इस मुद्दे पर गहन चिंतन करेंगे और इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की कोशिश करेंगे।
समापन नोट: सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला बिहार और देश के अन्य हिस्सों में आरक्षण की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। चिराग पासवान और तेजस्वी यादव का विरोध यह संकेत देता है कि इस मुद्दे पर राजनीति और विवादों का सिलसिला जारी रहेगा।
Sitesh Choudhary
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