National Lok Adalat Success | दरभंगा में लोक अदालत को लेकर न्यायाधीश का बड़ा फैसला!
राष्ट्रीय लोक अदालत की सत प्रतिशत सफलता के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने की समीक्षा बैठक
दरभंगा, 03 सितंबर 2024
राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी को लेकर दरभंगा में जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, श्री विनोद कुमार तिवारी ने एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में जिले के अंचलाधिकारियों और थानाध्यक्षों की भागीदारी सुनिश्चित की गई, ताकि लोक अदालत की सत प्रतिशत सफलता सुनिश्चित हो सके।
बैठक के मुख्य बिंदु | National Lok Adalat Success
- प्रखंड स्तर के लंबित मामलों पर चर्चा:
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने प्रखंडों में अंचल कार्यालयों में लंबित मुकदमा पूर्व मामलों को चिन्हित करें और उन्हें राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादन के लिए प्रस्तुत करें। - पक्षकारों को सूचना देने का आदेश:
लोक अदालत की तिथि 14 सितंबर 2024 निर्धारित है। न्यायाधीश ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पक्षकारों को समय पर सूचित करें और सुनिश्चित करें कि उनके मामले लोक अदालत में भेजे जाएं। - थानाध्यक्षों के साथ समीक्षात्मक बैठक:
राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए न्यायालयों द्वारा जारी किए गए नोटिसों के तामिले के संदर्भ में, जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने थानाध्यक्षों के साथ भी समीक्षा बैठक की। थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया कि वे सुनिश्चित करें कि सभी नोटिस समय पर पक्षकारों तक पहुँचें।
नोटिसों के तामिले की महत्ता | National Lok Adalat Success
- पक्षकारों की जानकारी और निष्पादन प्रक्रिया:
“पक्षकारों को नोटिस के जरिए ही मालूम होता है कि उनका मामला लोक अदालत में समाप्त होने योग्य है,” न्यायाधीश तिवारी ने कहा।
“जितना अधिक नोटिस तामिल किया जाएगा, उतना ही अधिक मामलों का निष्पादन होगा।”
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टिप्पणी | National Lok Adalat Success
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रंजन देव ने कहा:
“न्यायालय के अलावा विभिन्न बैंकों और अन्य संस्थानों के मामलों से संबंधित नोटिसों का भी तामिला कराया जाए। साथ ही, तामिला रिपोर्ट संबंधित न्यायालय या प्राधिकार कार्यालय में शीघ्र वापस करें।”
राष्ट्रीय लोक अदालत की तिथि और तैयारी | National Lok Adalat Success
- तिथि: 14 सितंबर 2024
- स्थान: सभी जिला, सत्र और अधीनस्थ न्यायालय
लोक अदालत के फायदे | National Lok Adalat Success
- समय और धन की बचत:
लोक अदालत के माध्यम से मामले का निपटारा जल्दी होता है, जिससे पक्षकारों का समय और धन दोनों की बचत होती है। - सुलह-समझौते का माध्यम:
लोक अदालत सुलह और समझौते के जरिए मामले का समाधान करती है, जिससे सामाजिक शांति और सौहार्द बना रहता है। - कोई अपील शुल्क नहीं:
लोक अदालत के निर्णय के खिलाफ कोई अपील शुल्क नहीं देना होता, जिससे गरीब और कमजोर वर्ग को सीधा लाभ होता है।
बैठक के निष्कर्ष | National Lok Adalat Success
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों की संख्या को अधिकतम स्तर तक ले जाना था। न्यायाधीश तिवारी ने कहा, “हमारी कोशिश है कि राष्ट्रीय लोक अदालत की प्रक्रिया में जितने अधिक मामले शामिल हों, उतना ही समाज और न्याय प्रणाली के लिए बेहतर होगा।”
आगे की रणनीति | National Lok Adalat Success
- प्रत्येक मामले की मॉनिटरिंग:
जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा प्रत्येक मामले की मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी मामला अनदेखा न हो। - समीक्षा बैठकें जारी रहेंगी:
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि भविष्य में भी ऐसी बैठकें जारी रहेंगी ताकि सभी अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों में संलग्न रहें।
निष्कर्ष | National Lok Adalat Success
राष्ट्रीय लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य विवादों का त्वरित और सौहार्दपूर्ण समाधान करना है। बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुसार, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि अधिक से अधिक मामले लोक अदालत में हल हों।
इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि दरभंगा जिले के अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत की शत प्रतिशत सफलता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
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बहुत सुंदर