Mentor-Mentee Interaction | आरोहण मेंटर-मेंटी सत्र: ज्ञान की नई दिशा का आगाज!
मोरीगांव जिला पुस्तकालय में आरोहण के तहत मेंटर-मेंटी इंटरेक्शन सत्र
मोरीगांव, असम
29 अगस्त 2024
मोरीगांव जिला शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त 2024 को मोरीगांव जिला पुस्तकालय में आरोहण (Aarohan) कार्यक्रम के तहत एक मेंटर-मेंटी इंटरेक्शन सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मेंटर और मेंटी के बीच उपयोगी बातचीत, ज्ञान साझा करने और मार्गदर्शन को बढ़ावा देना था।
मुख्य अतिथियों का संबोधन | Mentor-Mentee Interaction
इस कार्यक्रम में मोरीगांव के डीसी देबाशीष सरमा, मुख्य मंटोर काबेरी कचारी, एडीसी अपूर्बा ठाकुरिया, आईएस मोरीगांव डॉ. उत्पल नाथ, और अतिथि वक्ता डॉ. पलाश कलिता ने प्रमुखता से भाग लिया। इसके अलावा, जीवन प्रशिक्षक मीलेश्वर पटोर, महेंद्र सैकिया, और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
120 मेंटी और 120 मेंटर या प्रभारी शिक्षक इस सत्र में भाग लेने के लिए मौजूद थे।
कार्यक्रम की मुख्य कार्यवाही | Mentor-Mentee Interaction
- स्वागत भाषण:
सत्र की शुरुआत अपूर्बा ठाकुरिया, आईएस मोरीगांव द्वारा स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने इस इंटरेक्शन सत्र के महत्व पर प्रकाश डाला और सभी अतिथियों का स्वागत किया। - मुख्य भाषण:
डीसी देबाशीष सरमा और एडीसी काबेरी कचारी ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया। उन्होंने शिक्षा और मार्गदर्शन के महत्व पर जोर दिया और इस तरह के सत्रों की आवश्यकता को रेखांकित किया। - प्रशिक्षण और बातचीत:
डॉ. उत्पल नाथ, पिलेश्वर पटोर, महेंद्र सैकिया, और लुत्फुर रहमान ने प्रशिक्षुओं के साथ उपयोगी बातचीत की। उन्होंने प्रशिक्षुओं को उनके प्रश्नों के उत्तर दिए और मार्गदर्शन प्रदान किया। - विशेष सत्र:
मेंटर्स और मेंटीज़ के बीच एक विशेष बातचीत सत्र आयोजित किया गया, जिसमें पांच प्रशिक्षुओं ने अपने प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने इन प्रश्नों का विस्तार से उत्तर दिया।
महत्वपूर्ण निर्णय | Mentor-Mentee Interaction
इस सत्र के दौरान, आरोहण कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:
- इंटरेक्शन सत्र जारी रहेंगे:
परामर्श और मार्गदर्शन को बढ़ावा देने के लिए ऐसे सत्रों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा। - सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा:
सलाहकारों और प्रशिक्षुओं की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। - प्रशिक्षुओं तक व्यापक पहुँच:
अधिक से अधिक प्रशिक्षुओं तक पहुंचने के लिए कार्यक्रम का विस्तार करने के अवसरों का पता लगाया जाएगा। - व्यावहारिक उपयोग में सुधार:
आरोहण के कुछ बिंदुओं का व्यावहारिक उपयोग सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक परिशोधन किया जाएगा।
समापन | Mentor-Mentee Interaction
इस कार्यक्रम का संचालन डीपीओ रूहिनी दत्ता द्वारा किया गया और उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन भी दिया। सत्र के समापन पर, सभी प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सराहना की और इसे सफल आयोजन के रूप में देखा।
आरोहण के तहत मेंटर-मेंटी इंटरेक्शन सत्र ने न केवल ज्ञान साझा करने को बढ़ावा दिया, बल्कि मेंटर्स और मेंटीज़ के बीच सार्थक संबंधों को भी मजबूत किया। इस तरह के सत्र न केवल वर्तमान पीढ़ी को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे, बल्कि भविष्य के लिए एक ठोस नींव भी तैयार करेंगे।
तालिका: मुख्य अतिथियों और वक्ताओं की सूची | Mentor-Mentee Interaction
नाम | पद |
---|---|
देबाशीष सरमा | डीसी, मोरीगांव |
काबेरी कचारी | मुख्य मंटोर, आरोहण |
अपूर्बा ठाकुरिया | एडीसी, मोरीगांव |
डॉ. उत्पल नाथ | आईएस, मोरीगांव |
डॉ. पलाश कलिता | अतिथि वक्ता |
मीलेश्वर पटोर | जीवन प्रशिक्षक |
महेंद्र सैकिया | अतिथि वक्ता |
रूहिनी दत्ता | डीपीओ, मोरीगांव |
उद्धरण | Mentor-Mentee Interaction
“इस प्रकार के सत्र न केवल ज्ञान साझा करने के अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि मेंटर्स और मेंटीज़ के बीच एक मजबूत संबंध भी बनाते हैं।” – देबाशीष सरमा, डीसी, मोरीगांव
आरोहण के तहत आयोजित इस इंटरेक्शन सत्र ने प्रतिभागियों को बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन प्राप्त करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में, प्रतिभागियों ने एक-दूसरे से सीखने और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लेने के अवसर की सराहना की।
Follow Us On Facebook || Subscribe Us On Youtube || Find Us On Instagram ||
Check Us On Pinterest || Follow Us On X (Tweeter)
0 Comments