Lalu’s Close Aide Asset Seizure | ईडी की रेड: लालू का करीबी करोड़ों की संपत्ति का मालिक!
नई दिल्ली: राजनीति में हर दिन एक नई घटना सामने आ रही है। आज केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी अमित कातिल के घर पर बड़ी छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान लगभग 113 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
मुख्य बिंदु:
- एड की बड़ी कार्रवाई: ईडी ने लालू यादव के करीबी अमित कातिल की संपत्ति को जप्त किया है।
- 113 करोड़ रुपये की संपत्ति: संपत्ति की कुल कीमत 113 करोड़ रुपये है।
- लाइसेंस की कमी: प्रमोटरों ने बिना लाइसेंस के जमीन की खरीद-फरोख्त की।
- आरोपों की पुष्टि: अमित कातिल के खिलाफ कई मामलों में जांच जारी है।
छापेमारी की विस्तृत जानकारी: | Lalu’s Close Aide Asset Seizure
लालू के करीबी पर बड़ा एक्शन
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज लालू प्रसाद यादव के करीबी सहयोगी अमित कातिल के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया। ईडी ने कातिल की गुरुग्राम में 70 एकड़ जमीन, मुंबई में कुछ आवासीय फ्लैट, दिल्ली में एक फर्म हाउस और उनकी रियल एस्टेट कंपनियों के फिक्स डिपॉजिट को एंटी मनी लांड्रिंग एक्ट (AML) के तहत जब्त कर लिया है।
शिकायत और जांच: | Lalu’s Close Aide Asset Seizure
ईडी की जांच के अनुसार, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (DTC) से बिना लाइसेंस के प्रमोटरों और उनकी कंपनियों ने प्लॉट खरीदारों के पैसे का अवैध तरीके से इस्तेमाल किया। यह मामला लैंड फॉर जॉब घोटाले से अलग है।
फर्म्स की संपत्ति की कुर्की | Lalu’s Close Aide Asset Seizure
6 अगस्त को जारी अंतिम आदेश के तहत, ईडी ने क्रस रियल टेक प्राइवेट लिमिटेड और ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड की 11.03 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया है।
पिछले साल गिरफ्तारी | Lalu’s Close Aide Asset Seizure
अमित कातिल को पिछले साल रेलवे के जमीन के बदले नौकरी घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। इस घोटाले में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी रावड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव, बेटी मीसा भारती और अन्य लोगों का नाम शामिल है।
विदेशी निवेश की बात:
मार्च में, ईडी ने इस मामले में छापेमारी की और विदेशी निवेश के संबंध में 200 करोड़ रुपये के दस्तावेज बरामद किए।
अमित कातिल पर आरोप:
अमित कातिल और उनके द्वारा संचालित कंपनियों के खिलाफ शिकायतें हैं कि उन्होंने खरीदारों के पैसे का गैरकानूनी तरीके से उपयोग किया।
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया:
केंद्र सरकार ने इस कार्रवाई को गंभीरता से लिया है और कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष: | Lalu’s Close Aide Asset Seizure
इस पूरी घटना ने एक बार फिर राजनीति और व्यापार के बीच के संबंधों की गंभीरता को उजागर किया है। ईडी की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एजेंसियों का रुख काफी सख्त है।
Sitesh Choudhary
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