Karate Gold Medal | जानें, कैसे समून ने किया मधुबनी को गर्वित!
मोहम्मद समून को कराटे में गोल्ड: जिले के युवाओं में कराटे की चर्चा | Karate Gold Medal
मधुबनी, 26 सितंबर 2024: आज मधुबनी जिले के खेल प्रेमियों के लिए एक खुशी की खबर आई है। नगर निगम, मधुबनी के वार्ड संख्या पांच के निवासी मोहम्मद समून ने कराटे में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उन्होंने बांका में आयोजित कराटे (अंडर 17 बालक) प्रतियोगिता में 58 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता।
प्रतियोगिता का विवरण | Karate Gold Medal
यह प्रतियोगिता 21 से 23 सितंबर 2024 तक आयोजित की गई थी। समून ने फाइनल मुकाबले में पटना के खिलाड़ी को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
पहले के मुकाबले
- मधेपुरा: समून ने पहले मैच में मधेपुरा को 3-1 से हराया।
- दरभंगा: इसके बाद उन्होंने दरभंगा को 8-1 से मात दी।
परिवार की प्रतिक्रिया | Karate Gold Medal
समून के परिवार में इस उपलब्धि का जश्न मनाया गया है। उनकी माता शहजादी खातून ने कहा, “हम गर्व महसूस कर रहे हैं कि हमारे बेटे ने इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है।”
पिता मोहम्मद मकसूद आलम ने इस पल को खास बताते हुए कहा, “यह केवल समून का नहीं, बल्कि पूरे जिले का गौरव है।”
दादा अब्दुल अजीज ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की और कहा, “हमारे लिए यह एक सपना सच होने जैसा है।”
जिला प्रशासन की प्रतिक्रिया | Karate Gold Medal
जिला खेल पदाधिकारी नीतीश कुमार ने समून की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा,
“जिला प्रशासन मधुबनी में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए हमेशा प्रयासरत है। मोहम्मद समून की सफलता न केवल अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह सभी युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अवसर भी प्रदान करती है।”
उन्होंने समून के कोच और मधुबनी जिला कराटे संघ के सचिव अरुण कुमार चौधरी की भी सराहना की।
बधाई संदेश | Karate Gold Medal
- नीतीश कुमार: “खेलों को प्रोत्साहित करना हमारी प्राथमिकता है।”
- अरुण कुमार चौधरी: “समून की मेहनत का फल मीठा निकला।”
मोहम्मद समून: एक उभरता सितारा | Karate Gold Medal
मोहम्मद समून की कराटे में सफलता कई मायनों में महत्वपूर्ण है। यह न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे जिले के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।
कराटे में समून की यात्रा
- शुरुआत: समून ने कराटे की ट्रेनिंग छोटे उम्र से ही शुरू की।
- मेहनत: नियमित प्रैक्टिस और कड़ी मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया।
- प्रेरणा: समून ने हमेशा अपने कोच और परिवार का सहयोग पाया।
कराटे का महत्व | Karate Gold Medal
कराटे केवल एक खेल नहीं है; यह आत्मरक्षा, अनुशासन और मानसिक मजबूती का प्रतीक है।
कराटे के फायदे
- शारीरिक स्वास्थ्य: शरीर को फिट रखने में मदद करता है।
- मानसिक स्वास्थ्य: तनाव को कम करने में सहायक।
- आत्मविश्वास: आत्मरक्षा के माध्यम से आत्मविश्वास बढ़ाता है।
जिले के अन्य युवा खिलाड़ी | Karate Gold Medal
मोहम्मद समून की सफलता से जिले के अन्य युवा खिलाड़ियों में भी उत्साह बढ़ा है।
युवाओं की प्रतिक्रिया
- रविकांत (खिलाड़ी): “समून ने साबित कर दिया कि मेहनत रंग लाती है। हम भी उसके नक्शेकदम पर चलेंगे।”
- नैना (खिलाड़ी): “यह हमारे लिए एक प्रेरणा है। हम भी खेलों में अधिक से अधिक भाग लेंगे।”
समापन विचार | Karate Gold Medal
मोहम्मद समून की इस अद्भुत उपलब्धि ने ना केवल उनके परिवार को गर्वित किया है, बल्कि मधुबनी जिले के खेल प्रेमियों में नई ऊर्जा का संचार किया है।
- समून का सपना: “मैं भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम रोशन करना चाहता हूँ।”
जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता
जिला प्रशासन का यह प्रयास रहेगा कि वे खेलों को बढ़ावा देते रहें और ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करते रहें।
आगे की योजनाएँ
- ट्रेनिंग कैम्प: जिला खेल संघ द्वारा और अधिक ट्रेनिंग कैम्प का आयोजन।
- प्रतियोगिताएँ: जिले के अन्य युवा खिलाड़ियों के लिए प्रतियोगिताएँ आयोजित करना।
निष्कर्ष | Karate Gold Medal
मोहम्मद समून ने कराटे में गोल्ड जीतकर यह साबित कर दिया है कि अगर सच्ची मेहनत और लगन हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत है, बल्कि यह पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है।
“खेलों में आगे बढ़ना ही हमारी प्राथमिकता है। हम सभी खिलाड़ियों को उनके सपनों की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।” – नीतीश कुमार, जिला खेल पदाधिकारी।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता का रास्ता हमेशा कठिनाईयों से भरा होता है, लेकिन सही दिशा में मेहनत करने से हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।
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