Jhansi Fire Tragedy | मकान में लगी आग से हजारों का नुकसान, प्रशासन की चुप्पी!
झांसी में मकान में लगी आग, हजारों का नुकसान
झांसी (उत्तर प्रदेश)
20 अगस्त 2024
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के गरौठा तहसील के ग्राम निपान में एक भयावह घटना सामने आई है। सोमवार की रात एक मकान में अचानक आग लग गई, जिससे घर में रखा नकदी और अन्य महत्वपूर्ण सामान जलकर खाक हो गया। इस घटना में मकान मालिक धर्मदास पुत्र लल्लू को भारी नुकसान हुआ है।
आग लगने का कारण अज्ञात | Jhansi Fire Tragedy
ग्राम निपान निवासी धर्मदास के मकान में आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। धर्मदास ने बताया कि रात के समय अचानक उनके मकान में आग भड़क उठी। आग इतनी तेजी से फैली कि उसे नियंत्रित करने में काफी समय लग गया।
मकान में रखा सामान खाक | Jhansi Fire Tragedy
इस आगजनी में धर्मदास का हजारों का नुकसान हो गया। पीड़ित के अनुसार:
- ₹10,000 नकद
- 1 कुंतल अनाज
- कपड़े, कूलर, पंखा आदि सामान
सभी जलकर राख हो गए। आग लगने के बाद धर्मदास और मोहल्ले वालों ने मिलकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
क्षति का अनुमान | Jhansi Fire Tragedy
धर्मदास ने बताया कि इस आगजनी में उनका लगभग ₹40,000 का नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन से दैवीय आपदा राहत कोष से मदद की गुहार लगाई है।
नुकसान का विवरण | राशि (₹) |
---|---|
नकदी | 10,000 |
अनाज | 20,000 |
घरेलू सामान (कपड़े, कूलर, पंखा आदि) | 10,000 |
कुल नुकसान | 40,000 |
ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू | Jhansi Fire Tragedy
धर्मदास के अनुसार, आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उन्हें बुझाने में काफी कठिनाई हुई। मोहल्ले के लोगों ने समय रहते मदद की और आग पर काबू पाने की कोशिश की। लेकिन जब तक आग पर पूरी तरह काबू पाया गया, तब तक घर का अधिकांश सामान जल चुका था। धर्मदास का कहना है, “अगर मोहल्ले वालों ने समय पर मदद न की होती, तो पूरा मकान जलकर खाक हो जाता।”
प्रशासन से मदद की अपील | Jhansi Fire Tragedy
धर्मदास ने स्थानीय प्रशासन से दैवीय आपदा राहत कोष से आर्थिक सहायता की मांग की है। उन्होंने बताया कि इस आगजनी ने उन्हें भारी आर्थिक संकट में डाल दिया है। उनका कहना है, “मेरे पास जो भी जमा पूंजी थी, वह सब इस आग में जल गई। अब मेरे पास कुछ भी नहीं बचा है।”
आगजनी के अन्य पहलू | Jhansi Fire Tragedy
इस घटना ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी है। आग लगने की घटना के बाद से गांव के लोग दहशत में हैं। उन्हें डर है कि अगर आग की घटना का कारण पता नहीं चला, तो यह दोबारा हो सकता है। गांव के बुजुर्गों ने इस घटना को दैवीय प्रकोप मानते हुए पूजा-पाठ करने का सुझाव दिया है।
निष्कर्ष | Jhansi Fire Tragedy
इस आगजनी की घटना ने धर्मदास और उनके परिवार को आर्थिक संकट में डाल दिया है। प्रशासन से दैवीय आपदा राहत कोष से जल्द से जल्द मदद मिलने की उम्मीद है। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में आग से होने वाले खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता को दर्शाती है।
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