हाईस्कूल के पालकों ने शिक्षक को यथावत रखने के लिए सौंपा ज्ञापन
नगरी, छत्तीसगढ़ : 18 July 2024 : शीतला देवी शासकीय हाईस्कुल घठुला के पालकों ने शिक्षक को यथावत रखने के नगरी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को लिए ज्ञापन सौंपा। अंग्रेजी व्याख्याता अनुप कुमार ध्रुव का स्थानांतरण कर दिया गया है, जिसको रोकने के लिए पालक समिति की बैठक का आयोजन हुआ।
स्कूल की शिक्षा को अच्छे ढंग से सुचारू करने के लिए चर्चा की गयी। वर्तमान में अनुप कुमार ध्रुव ब्याख्याता अंग्रेजी विषय के व्यवस्था अंतर्गत शीतला देवी शासकीय हाईस्कुल घठुला में पदस्थ है, जिनका मूल शाखा में वापसी का आदेश आया है।
पूर्व में विद्यालय में पदस्थ अंग्रेजी व्याख्याता डी.पी. ताम्रकार को स्वामी आत्मानंद स्कुल नगरी में भेजा जा चुका है। इनके स्थानांतरण से अंग्रेजी भाषा की पढाई प्रभावित होगी,अतः शिक्षक अनुप कुमार ध्रुव को यथावत शासकीय शीतला देवी हाईस्कुल घठुला में रखा जाए। स्थानांतरण होने की दशा में ग्रामवासियों एवं पालकों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसका जवाबदार प्रशासन स्वंय रहेगा।
पालकों का कहना है हमारे स्कूल के साथ भेदभाव किया जा रहा है। पहले अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक को नगरी आत्मानंद में भेज दिया गया। इसके बाद अनूप कुमार ध्रुव को व्यवस्था के रूप में दिया गया। अब उन्हें भी अपने मूल शाखा में भेजा जा रहा है तो क्या इस स्कूल के बच्चों को अंग्रेजी पढ़ने का हक नहीं! जबकि यहां पर गांव के बच्चे पढ़ने आते हैं, जो बाहर पढ़ने नहीं जा सकते।
आज एक तरफ शासन-प्रशासन अंग्रेजी पढ़ने के लिए अंग्रेजी माध्यम की स्कूल खोल रहे हैं, तो क्या यहां के बच्चों को अंग्रेजी पढ़ने का हक नहीं है। शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी भी जानते हैं कि यहां शिक्षकों की कमी है, मगर उसके बाद भी इस तरह से शिक्षकों को दूसरे स्कूल में भेजना क्या सही है? क्या शिक्षा की यही व्यवस्था है?
वीरेन्द्र मिश्रा, मोनू साहू, राकेश चौबे ने कहा कि प्रशासन के भेदभाव से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षकों की कमी से जूझ रहे बच्चे जानकारी के मुताबिक नगरी ब्लॉक में कुल 809 सरकारी स्कूल संचालित हैं। 642 प्राथमिक स्कूल में से 65 में शिक्षक, 125 माध्यमिक में से 13 में शिक्षक और 42 हाई व हायर सेकंडरी स्कूल में से 8 में शिक्षकों की कमी है। वहीं 2 स्कूल भवन विहीन हैं। इनमें प्राथमिक स्कूल कसपुर और प्राथमिक स्कूल खड़पथरा शामिल हैं।
शिक्षक की कमी दूर नहीं होने के कारण अधिकांश सरकारी स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित है। लगातार क्षेत्र के पालक और बच्चे शिक्षक समस्या दूर करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अफसरों का ध्यान नहीं है।
Ashok Jain
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