Disaster Management Review | मुख्यमंत्री की योजना में बड़ा बदलाव, जानें पूरा मामला!
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक: योजनाओं की समीक्षा और दिशा-निर्देश
मुख्य बिंदु:
- आपदा प्रबंधन, भूमि उपलब्धता और नल जल योजना पर चर्चा।
- मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना-2 के तहत 21 प्रखंडों में मिल्क बूथ की स्थापना।
- 10 नए पशु चिकित्सालयों की स्वीकृति, 6 के लिए भूमि उपलब्ध।
- पीएचईडी द्वारा 187 नल जल योजनाओं की मरम्मत और संचालन।
- समीक्षा बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई।
वर्चुअल बैठक का आयोजन | Disaster Management Review
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में आपदा प्रबंधन, भूमि उपलब्धता, और नल जल योजना को लेकर वर्चुअल माध्यम से महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, भूमि सुधार उप समाहर्ता, अंचल अधिकारियों और संबंधित जिलास्तरीय वरीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
आपदा प्रबंधन पर समीक्षा | Disaster Management Review
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने आपदा प्रबंधन के कार्यों की समीक्षा करते हुए संपूर्ति पोर्टल पर सभी आपदा पीड़ितों का आधार अपडेशन शीघ्र शत प्रतिशत पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी आपदा पीड़ितों का डेटा पूरी तरह से अपडेट हो।
कार्य | अवस्था |
---|---|
संपूर्ति पोर्टल पर आधार अपडेशन | शत प्रतिशत अपडेशन बाकी |
बंद पड़े नल जल योजनाओं की मरम्मत | 187 योजनाएं ठीक की गई |
चापाकल मरम्मति | 1515 में से 1546 ठीक |
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना-2 के तहत भूमि उपलब्धता | Disaster Management Review
जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना-2 के तहत 21 प्रखंड मुख्यालयों में मिल्क बूथ की स्थापना की जा रही है। इसमें से 11 प्रखंडों में भूमि उपलब्ध हो चुकी है, जबकि शेष प्रखंडों में भूमि की उपलब्धता की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने संबंधित अंचल अधिकारियों को शीघ्र भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मिल्क बूथ भूमि उपलब्धता स्थिति:
- 11 प्रखंडों में भूमि उपलब्ध।
- शेष प्रखंडों में प्रक्रिया जारी।
नए पशु चिकित्सालयों की स्थापना | Disaster Management Review
समीक्षा के दौरान यह भी पाया गया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना-2 के तहत जिले में दस नए पशु चिकित्सालयों की स्वीकृति मिली है। इनमें से छह पशु चिकित्सालयों के लिए भूमि उपलब्ध हो चुकी है। जिलाधिकारी ने शेष चार के लिए भूमि शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
नल जल योजना और चापाकल मरम्मति | Disaster Management Review
पीएचईडी, मधुबनी डिविजन द्वारा पिछले सप्ताह आंशिक खराबी के कारण बंद पड़े 187 नल जल योजनाओं को ठीक करवा दिया गया है। इसके अलावा, 1546 चापाकलों में से 1515 को ठीक कर चालू कर दिया गया है। बाकी चापाकलों को भी 10 सितंबर तक ठीक करने का लक्ष्य रखा गया है।
अधिकारियों की अनुपस्थिति पर सख्त निर्देश | Disaster Management Review
जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में अनुपस्थित पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता, झंझारपुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उनकी अनुपस्थिति के कारण हर घर नल योजना और चापाकल मरम्मती की विस्तृत समीक्षा नहीं हो पाई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि भविष्य में किसी भी अधिकारी की अनुपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी के निर्देश:
- अधिकारियों की बैठक में समय पर उपस्थिति अनिवार्य।
- पूरी तैयारी के साथ बैठक में आएं अधिकारी।
निष्कर्ष | Disaster Management Review
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को योजनाओं की प्रगति को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि जनता की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए।
उपस्थित अधिकारी:
- उप विकास आयुक्त दीपेश कुमार।
- अपर समाहर्ता शैलेश कुमार।
- अपर समाहर्ता आपदा संतोष कुमार।
- डीपीआरओ सह आपदा प्रभारी परिमल कुमार।
- सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया।
बैठक में जिले के सभी एसडीओ, सीओ आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
Follow Us On Facebook || Subscribe Us On Youtube || Find Us On Instagram ||
Check Us On Pinterest || Follow Us On X (Tweeter)
0 Comments