Dasrath Manjhi Play | कैसे ‘मांझी रे’ ने मिथिला में मचाया बवाल!
मिथिला चित्रकला संस्थान में हुआ ‘मांझी रे’ नाटक का भावपूर्ण मंचन
• माउंटेन मैन दशरथ मांझी की स्मृति में श्रद्धांजलि स्वरूप नाटक का हुआ मंचन
• संस्थान की आचार्य, मिथिला चित्रकला के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित बौआ देवी व दुलारी देवी भी रहीं दर्शकदीर्घा में मौजूद
मधुबनी, बिहार – कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी में 30 अगस्त को ‘मांझी रे’ नाटक का भावपूर्ण मंचन किया गया। यह नाटक माउंटेन मैन दशरथ मांझी की स्मृति में प्रस्तुत किया गया।
नाटक का उद्देश्य और विषय | Dasrath Manjhi Play
‘मांझी रे’ नाटक, माउंटेन मैन दशरथ मांझी के जीवन और उनके बलिदान पर आधारित था। नाटक ने उनके प्यार, त्याग और समर्पण को दर्शाया।
- नाटक का लेखक: पंचम प्रकाश
- विषय: दशरथ मांझी के प्रेरणात्मक कार्यों को उजागर करना
Quote: “मांझी रे’ नाटक ने दशरथ मांझी की प्रेरणादायक कहानी को जीवंत कर दिया। यह नाटक दर्शकों को उनके जीवन के संघर्ष और बलिदान की गहराई से परिचित कराता है।” – विरेन्द्र प्रसाद, संस्थान निदेशक
कार्यक्रम में प्रमुख लोग | Dasrath Manjhi Play
नाटक के मंचन में कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया और समर्थन दिया:
- पद्मश्री बौआ देवी
- पद्मश्री दुलारी देवी
- पद्मश्री शिवन पासवान
- डा० रानी झा
- संजय कुमार जायसवाल
- प्रतीक प्रभाकर
- सुरेन्द्र प्रसाद यादव
- विकास कुमार मंडल
- रूपा कुमारी
- मो० अरमान रज़ा
- मो० सरफराज
- नितीश कुमार
- अर्जुन कुमार
- विकाश कुमार गुप्ता
संस्थान का संदेश | Dasrath Manjhi Play
संस्थान के निदेशक, विरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि नाटक का मंचन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आया है। उन्होंने छात्रों को मिथिला चित्रकला के साथ-साथ अन्य कलाओं जैसे नाटक, नृत्य, और सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में भी सीखने और प्रगति करने की प्रेरणा दी।
प्रशासनिक प्रतिक्रियाएं | Dasrath Manjhi Play
जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी-सह-प्रभारी प्रशासी पदाधिकारी नितीश कुमार ने लोक कला रंग समूह के सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और कला का विकास करने के लिए प्रेरित किया।
Quote: “मिथिला चित्रकला संस्थान के इस नाटक ने सांस्कृतिक संवेदनाओं को मजबूत किया है। यह आयोजन हमारे लिए गर्व का विषय है और हमें अन्य कलाओं में भी उत्कृष्टता की ओर प्रेरित करता है।” – नितीश कुमार
समापन और सहयोग | Dasrath Manjhi Play
कार्यक्रम के सफल संचालन में कई लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनके सहयोग से नाटक का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
निष्कर्ष | Dasrath Manjhi Play
‘मांझी रे’ नाटक ने मिथिला चित्रकला संस्थान में एक नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया है। इस नाटक ने दर्शकों को दशरथ मांझी के जीवन की गहराई और उनके बलिदान की कहानी से परिचित कराया, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
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