Bihar Land Survey | सर्वे से पहले ये महत्वपूर्ण बातें जानना न भूलें!
बिहार में भूमि विवाद और गड़बड़ियों को लेकर लंबे समय से शिकायतें आती रही हैं। अब, बिहार के राजस्व विभाग के सचिव जय सिंह ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इन समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया है। आइए जानते हैं कि बिहार में चल रहे भूमि सर्वे का प्रोसेस क्या है और इससे संबंधित प्रमुख बातें क्या हैं।
भूमि सर्वे की आवश्यकता
बिहार में भूमि सर्वे का मुख्य उद्देश्य भूमि के रिकॉर्ड को अद्यतन करना है। यह प्रक्रिया दो प्रमुख रिकॉर्ड्स पर केंद्रित है:
- खतियान
- नक्शा
पूर्व में हुए रिविजनल सर्वे में सभी जिलों को शामिल नहीं किया गया था। इसके अलावा, कई जिलों में कैडेस्ट्रल सर्वे भी पूरा नहीं हुआ था। वर्तमान में, बहुत से जिलों में भूमि लेनदेन और बिक्री के दस्तावेज अपडेट नहीं हो पाए हैं, जिससे कई समस्याएं उत्पन्न हुई हैं।
राजस्व सचिव जय सिंह ने बताया:
“हमारा उद्देश्य है कि सभी भूमि रिकॉर्ड्स को अद्यतन किया जाए ताकि भविष्य में भूमि विवाद और गड़बड़ियों से बचा जा सके।”
वर्तमान स्थिति | Bihar Land Survey
भूमि सर्वे का अभियान 2020 में शुरू हुआ था और अब यह 20 जिलों के लगभग 5000 गांवों में कार्यरत है। इनमें से लगभग 3000 गांवों का प्रारूप प्रकाशन हो चुका है, जबकि 900 गांवों का अंतिम प्रकाशन भी किया जा चुका है।
सर्वे का प्रमुख उद्देश्य: | Bihar Land Survey
- खतियान और नक्शे का अद्यतन
- भूमि विवादों को समाप्त करना
- लेनदेन के दस्तावेज़ों का सही रिकॉर्ड रखना
लोगों के लिए निर्देश | Bihar Land Survey
राजस्व विभाग द्वारा सभी रैयतों को सलाह दी गई है कि वे अपने खेतों और गांवों की मेड़ और अन्य दस्तावेजों को ठीक कर लें। इसके अलावा, उन्हें अपने जमीन से संबंधित सभी दस्तावेज जैसे कि बिक्री deed, कोर्ट ऑर्डर, और पारिवारिक बंटवारे के कागजात इकट्ठा करने और अपडेट कराने की सलाह दी गई है।
रैयतों के लिए महत्वपूर्ण बिंदु: | Bihar Land Survey
- स्वघोषणा समर्पित करना: अपनी जमीन को खुद घोषित करें, जिसमें प्लॉट का विवरण और उसकी चौहद्दी शामिल हो।
- दस्तावेज़ों को अपडेट करें: यदि कोई दस्तावेज़ पुराने हैं या अपडेट नहीं हुए हैं, तो उन्हें सुधारें।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करें: सभी दस्तावेज़ और जानकारी विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करें।
सर्वे का प्रोसेस | Bihar Land Survey
सर्वे की प्रक्रिया लगभग एक साल तक चलती है, और इस दौरान लोगों को अपने दस्तावेज़ों को प्रस्तुत करने का पूरा समय मिलता है। विभाग ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान किया है, जहां लोग अपने दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं और अपने गांव की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध सुविधाएँ:
- दस्तावेज़ अपलोड करना
- गांव की जानकारी प्राप्त करना
- शिविर स्थान की जानकारी
सामान्य सवाल और उत्तर
- अगर मेरे पास जमीन पर म्यूटेशन किया गया है, तो मुझे क्या करना होगा?
- अगर आपकी जमीन पर म्यूटेशन हो चुका है और आप उसके लिए लगान का भुगतान कर रहे हैं, तो आपके पास ये कागजात पर्याप्त हैं।
- अगर जमीन का बंटवारा नहीं हुआ है और पूर्वज अब इस दुनिया में नहीं हैं, तो क्या करना होगा?
- आपको पहले बंटवारे या म्यूटेशन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसके लिए, आपको संबंधित दस्तावेज़ और प्रमाण इकट्ठा करने होंगे।
राजस्व विभाग के सचिव जय सिंह ने इस प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में कई पहल की हैं, जो बिहार के भूमि विवादों को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। यह सर्वे जमीन के रिकॉर्ड को अद्यतन करने में सहायक सिद्ध होगा और भविष्य में भूमि विवादों की संभावना को कम करेगा।
जय सिंह ने संक्षेप में कहा:
“हम चाहते हैं कि सभी लोग इस प्रक्रिया का लाभ उठाएं और अपने दस्तावेज़ों को अपडेट करें ताकि किसी भी प्रकार की समस्या से बचा जा सके।”
Follow Us On Facebook || Subscribe Us On Youtube || Find Us On Instagram ||
Check Us On Pinterest || Follow Us On X (Tweeter)
विशेष जानकारी लेल संपर्क करू
0 Comments