Bajrang Dal Shaurya Sanchalan | बजरंग दल का बड़ा ऐलान, जानें शौर्य संचलन की पूरी योजना!
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल की जिला बैठक खाचरौद में सम्पन्न | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
खाचरौद, मध्य प्रदेश – विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) और बजरंग दल (Bajrang Dal) की जिला बैठक खाचरौद में संपन्न हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओं और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ किया गया, जिसमें आगामी योजनाओं पर चर्चा की गई।
बैठक का शुभारंभ | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
जिला अध्यक्ष ओजश सोलंकी, जिला मंत्री जितेंद्र पाँचाल, और जिला संगठन मंत्री मोहनसिंह राठौर द्वारा भगवान श्रीराम दरबार के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ बैठक का शुभारंभ हुआ। यह आयोजन दो सत्रों में बांटा गया, जिसमें संगठन के पिछले और आगामी कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की गई।
प्रथम सत्र: पिछले कार्यक्रमों की समीक्षा | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
पहले सत्र में, जिला मंत्री जितेंद्र पाँचाल ने हाल ही में संगठन द्वारा किए गए कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि कैसे संगठन की विभिन्न योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया गया और इन कार्यक्रमों का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
उन्होंने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया:
- संगठन के पिछले कार्यक्रम: हाल ही में आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों पर चर्चा।
- योजनाओं की सफलता: समाज में संगठन की बढ़ती पकड़ और उसकी उपयोगिता।
- कार्यकर्ताओं की भागीदारी: जिले और खंड प्रखंड से आए कार्यकर्ताओं के सक्रिय योगदान की समीक्षा।
द्वितीय सत्र: आगामी योजनाओं की रूपरेखा | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
दूसरे सत्र की अध्यक्षता जिला संगठन मंत्री मोहनसिंह राठौर ने की, जिसमें उन्होंने आगामी तीन महीनों की योजनाओं का खाका तैयार किया। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य बजरंग दल के शौर्य संचलन की तैयारी करना और गांव स्तर तक समिति गठन पर ध्यान केंद्रित करना था।
मोहनसिंह राठौर ने कहा,
“हम दिसंबर में होने वाले बजरंग दल शौर्य संचलन (Bajrang Dal Shaurya Sanchalan) के लिए अभी से कार्य योजना तैयार कर रहे हैं। गांव स्तर तक सक्रिय समितियां बनाने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि संगठन के कार्य हर कोने तक पहुँच सके।”
कार्य विभाजन और जिम्मेदारियों का निर्धारण | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
इस सत्र में कार्य का विभाजन और जिम्मेदारियों का स्पष्ट निर्धारण किया गया। जिला, खंड, और प्रखंड स्तर पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
अगले तीन महीनों की योजनाओं में मुख्यतः:
- बजरंग दल शौर्य संचलन की तैयारी: दिसंबर में होने वाले शौर्य संचलन के लिए कार्य योजना।
- सक्रिय समिति का गठन: गांव और प्रखंड स्तर तक समितियां बनाना।
- कार्य का विभाजन: दायित्ववान कार्यकर्ताओं के द्वारा संगठन के कार्यों को प्रभावी ढंग से पूरा करना।
बैठक में उपस्थित प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
इस बैठक में जिले और खंड स्तर से कई प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उनमें से कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
पदाधिकारी/कार्यकर्ता | जिम्मेदारी |
---|---|
ओजश सोलंकी | जिलाध्यक्ष |
जितेंद्र पाँचाल | जिला मंत्री |
मोहनसिंह राठौर | जिला संगठन मंत्री |
भंवरलाल अटोलिया | विभाग समरसता संयोजक |
राजेन्द्र पाटिदार | सह संयोजक |
जीवन चौधरी | जिला उपाध्यक्ष |
वासुदेव रावल | जिला कोषाध्यक्ष |
समरथ सेन | जिला सहमंत्री |
मुकेश संगीतला | जिला विशेष संपर्क प्रमुख |
प्रदीप पाटीदार | सक्रिय कार्यकर्ता |
आगामी योजनाओं पर विशेष ध्यान | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
बैठक में बजरंग दल की आगामी गतिविधियों और योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया गया। प्रमुख योजनाओं में शामिल हैं:
- सक्रिय समिति का गठन: गांव स्तर पर समितियों को और अधिक मजबूत करना।
- शौर्य संचलन की तैयारी: इसे हर गांव और शहर में सफल बनाने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाना।
- सामाजिक समरसता कार्यक्रम: समरसता कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में एकता और सहयोग को बढ़ावा देना।
संगठन के प्रमुख उद्देश्य | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
इस बैठक के दौरान, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने अपने प्रमुख उद्देश्यों पर चर्चा की, जो इस प्रकार हैं:
- हिंदू संस्कृति का संरक्षण: हिंदू धर्म और संस्कृति के संरक्षण के लिए संगठन को मजबूत बनाना।
- युवा शक्ति का संचार: युवाओं में राष्ट्रप्रेम और धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- सामाजिक समरसता: समाज में समरसता और एकता को बढ़ावा देना।
- राष्ट्र रक्षा: राष्ट्र की सुरक्षा और स्वाभिमान के लिए संगठन की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करना।
कार्यकर्ताओं की विशेष भूमिका | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि कैसे कार्यकर्ता संगठन के उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से पूरा कर सकते हैं। कार्यकर्ताओं की विशेष भूमिका इस प्रकार से निर्धारित की गई:
- गांव स्तर पर सक्रियता: गांव और छोटे कस्बों तक संगठन की पहुंच बढ़ाना।
- सामाजिक कार्यक्रमों में भागीदारी: सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी।
- युवाओं का मार्गदर्शन: युवाओं को राष्ट्र और धर्म के प्रति जागरूक बनाना।
जिला मंत्री जितेंद्र पाँचाल ने कहा,
“कार्यकर्ताओं को गांव और प्रखंड स्तर तक संगठन की योजनाओं को पहुँचाना है, जिससे हर क्षेत्र में हमारी उपस्थिति मजबूत हो सके।”
बैठक के निष्कर्ष | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
बैठक के अंत में, आगामी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए सभी कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया। विशेष रूप से शौर्य संचलन (Shaurya Sanchalan) के आयोजन के लिए विस्तृत चर्चा की गई और इसकी सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी स्तरों पर सक्रियता की आवश्यकता बताई गई।
बैठक के प्रमुख निष्कर्ष:
- आगामी तीन महीनों की योजनाओं पर तेजी से काम किया जाएगा।
- शौर्य संचलन के आयोजन की तैयारी शुरू कर दी गई है।
- गांव स्तर तक समितियों का गठन और उन्हें सक्रिय करना प्राथमिकता होगी।
भविष्य की योजनाएं | Bajrang Dal Shaurya Sanchalan
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने इस बैठक के माध्यम से भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तय कर दी है। आने वाले समय में संगठन की सक्रियता और सामाजिक भागीदारी और भी बढ़ेगी।
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