Education System | पटना विश्वविद्यालय की हालत: Sudama Prasad का बड़ा आरोप!
Sudama Prasad ने Nitish Kumar की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोली
पटना, 2 अगस्त 2024: बिहार विधानसभा में आज Sudama Prasad ने मुख्यमंत्री Nitish Kumar की शिक्षा व्यवस्था पर तीखा हमला किया। उन्होंने सदन में अपनी बात रखते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया और राज्य की शिक्षा नीति पर सवाल खड़े किए।
मुख्य बिंदु: | Education System
- कोर्स की अवधि और फीस में वृद्धि:
- पूर्व में स्नातक का कोर्स तीन साल का होता था, जिसमें कुल फीस 60,000 रुपये थी।
- अब इसे चार साल का कर दिया गया है, और फीस बढ़कर 1,00,000 रुपये हो गई है।
- Sudama Prasad ने इस वृद्धि को जनहित के खिलाफ बताते हुए तुरंत वापस लेने की मांग की।
- पटना विश्वविद्यालय की स्थिति:
- पटना विश्वविद्यालय को भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक बताया गया।
- उन्होंने सरकार से अपील की कि इस विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए।
- नई शिक्षा नीति और इसके प्रभाव:
- 2020 में आई नई शिक्षा नीति का विरोध किया गया, जिसे कोरोना महामारी के दौरान लागू किया गया था।
- Prasad ने आरोप लगाया कि इस नीति ने गरीब और भूमिहीन किसानों, खेत मजदूरों को शिक्षा से दूर कर दिया है।
- कई विद्यालयों को मर्जर कर दिया गया है और दलित और गरीब इलाकों के स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
उच्च शिक्षा की महंगाई: | Education System
- फीस वृद्धि और अनुदान:
- उच्च शिक्षा में फीस वृद्धि की ओर इशारा किया गया।
- विश्वविद्यालयों को यूजीसी की जगह हेफा लोन मिल रहा है, जिससे फीस और पढ़ाई महंगी हो गई है।
नीट परीक्षा पेपर लीक मामला: | Education System
- परीक्षा कैंसिल करने की मांग:
- नीट परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाया गया।
- Prasad ने मांग की कि परीक्षा को कैंसिल किया जाए और नई परीक्षा आयोजित की जाए।
- फेलोशिप की बंदी:
- अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए मौलाना आजाद फेलोशिप को बंद करने पर नाराजगी जताई गई।
- इसे फिर से चालू करने की मांग की गई।
सरकारी नीतियों पर आरोप: | Education System
- भगवाकरण का आरोप:
- Prasad ने शिक्षा के भगवाकरण का आरोप लगाया।
- विश्वविद्यालयों में भर्ती और सिलेबस में बदलाव को चरण भक्ति और अंधविश्वास बढ़ावा देने के रूप में देखा।
विशेष आव्हान: | Education System
- सार्वजनिक हॉस्टल और स्कूलों की स्थिति:
- चांदी हॉस्टल की दयनीय स्थिति और कस्तूरबा विद्यालयों में शौचालयों की खराब स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई।
- निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए 25% आरक्षण को प्रभावी ढंग से लागू करने की अपील की गई।
सारांश:
Sudama Prasad ने सदन में अपनी बात रखते हुए बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को जोर देकर कहा। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार से कार्रवाई की मांग की और शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और समानता की आवश्यकता पर जोर दिया।
यह मुद्दे न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की शिक्षा नीति और उसके प्रभाव को लेकर महत्वपूर्ण सवाल उठाते हैं।
Sitesh Choudhary
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