Health Workers Protest | स्वास्थ्य कर्मचारियों का ऐतिहासिक प्रदर्शन! जानें क्यों
“CS कार्यालय का घेराव कर स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रदर्शन: 12 सूत्री मांगों के समर्थन में प्रदर्शन”
मुख्य समाचार
मधुबनी, बिहार: बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आज सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी के कार्यालय के सामने एक विशाल प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का उद्देश्य उनकी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में आवाज उठाना था।
प्रदर्शन का वर्णन | Health Workers Protest
प्रदर्शन की शुरुआत मधुबनी जिला मुख्यालय पर हुई, जहां स्वास्थ्य कर्मचारियों ने एक सभा का आयोजन किया। सभा की अध्यक्षता सुशील प्रसाद यादव और नागेंद्र गौर ने संयुक्त रूप से की। सभा में स्वास्थ्य कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा की गई और उनकी 12 सूत्री मांगों को प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया।
सभा के मुख्य बिंदु:
- समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग: जिला मंत्री प्रीति नारायण दास ने बताया कि समान कार्य के लिए समान वेतन न मिलना अमानवीय है। सीएओ, जीएनएम, एएनएम, काउंसलिंग, डाटा एंट्री ऑपरेटर, लाइफ टेक्निशियन समेत अन्य कर्मियों को कम वेतन दिया जा रहा है।
- आउटसोर्सिंग कर्मियों की समस्याएँ: आउटसोर्सिंग कर्मियों को निर्धारित राशि से भी कम वेतन का भुगतान किया जा रहा है।
- बुनियादी सुविधाओं की कमी: क्षेत्र में काम कर रहे कर्मचारियों को बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।
समर्थन और प्रतिक्रियाएँ | Health Workers Protest
सभा को चंदन कुमार और अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। चंदन कुमार ने कहा, “हमारी मांगें जायज हैं। अगर हमें संघर्ष तेज करना पड़े तो हम इसके लिए तैयार हैं।”
आशा संघर्ष समिति ने भी आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा संविदा कर्मियों के खिलाफ की जा रही गैर नियमानुसार कारवाई के खिलाफ ये प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी: | Health Workers Protest
प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाजी की:
- “इंकलाब जिंदाबाद!”
- “बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिंदाबाद!”
- “बिहार सरकार मुर्दाबाद!”
मांगें और आगामी कदम | Health Workers Protest
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वे संघर्ष को और तेज करेंगे। यदि आवश्यक हुआ, तो वे हड़ताल का भी विकल्प खुला रखेंगे।
आंदोलन का असर | Health Workers Protest
इस प्रदर्शन के बाद, स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सिविल सर्जन कार्यालय पर पहुंचकर अपनी समस्याएं सामने रखीं और एक संलेख अपर मुख्य सचिव को प्रस्तुत किया। प्रदर्शनकारियों ने यह भी चेतावनी दी कि अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे अपने आंदोलन को और भी तेज करेंगे।
प्रदर्शन में शामिल नेताओं के उद्धरण | Health Workers Protest
- सुशील प्रसाद यादव: “हमारी मांगें पूरी होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हम किसी भी हद तक जाएंगे ताकि हमारे कर्मचारियों को उनका हक मिल सके।”
- प्रीति नारायण दास: “समान कार्य के लिए समान वेतन न मिलना एक गंभीर समस्या है। हम इसे लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे।”
निष्कर्ष | Health Workers Protest
स्वास्थ्य कर्मचारियों का यह प्रदर्शन उनकी समस्याओं और मांगों को लेकर गहरा आक्रोश दर्शाता है। उनकी 12 सूत्री मांगों पर तुरंत कार्रवाई की उम्मीद है, अन्यथा उनका आंदोलन और भी तीव्र हो सकता है। सरकार और संबंधित अधिकारियों को इस स्थिति का संज्ञान लेकर जल्द समाधान निकालना होगा।
तालिका: प्रदर्शन के मुख्य बिंदु
बिंदु | विवरण |
---|---|
प्रदर्शन का स्थल | सिविल सर्जन कार्यालय, मधुबनी |
प्रमुख नेता | सुशील प्रसाद यादव, नागेंद्र गौर |
मुख्य मांगें | समान वेतन, बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता |
समर्थन करने वाली संस्थाएं | आशा संघर्ष समिति |
प्रदर्शन की प्रतिक्रिया | संघर्ष जारी रहेगा, हड़ताल की चेतावनी |
Sitesh Choudhary
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