Adhir Ranjan Chowdhury’s resignation | अधीर चौधरी का बड़ा खुलासा: इस्तीफे के पीछे की कहानी!
अधीर रंजन चौधरी का इस्तीफे के बाद पहला बयान: ‘जिस दिन वह कांग्रेस अध्यक्ष बने…’
30 जुलाई, 2024 – रात 10:16 बजे IST
लोकसभा चुनावों में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का बड़ा बयान | Adhir Ranjan Chowdhury’s resignation
लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा किए गए एक विवादास्पद बयान ने अधीर रंजन चौधरी को परेशान कर दिया था। उन्होंने मंगलवार को पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्हें पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया बिना किसी पूर्व सूचना के।
मुख्य बिंदु:
- मल्लिकार्जुन खरगे का बयान: अधीर चौधरी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे के बयान ने उन्हें परेशान किया, जिसमें कहा गया था कि अगर आवश्यक हो तो उन्हें बाहर रखा जाएगा।
- अध्यक्ष पद की अस्थायी स्थिति: चौधरी ने दावा किया कि जब खरगे कांग्रेस के अध्यक्ष बने, तो पार्टी का संविधान के अनुसार सभी अन्य पद अस्थायी हो गए।
- पद परिवर्तन की सूचना: उन्हें पार्टी बैठक के दौरान उनके पद के परिवर्तन की जानकारी मिली।
- मामला मीडिया में: उन्होंने मीडिया को बताया कि उनकी इस्तीफे की जानकारी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।
पार्टी नेतृत्व पर सवाल: | Adhir Ranjan Chowdhury’s resignation
अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी इस्तीफे के बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनावों के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने टीवी पर कहा था कि अगर आवश्यक हो तो मुझे बाहर रखा जाएगा, जिससे मैं परेशान हो गया।”
पार्टी बैठक में पद परिवर्तन: | Adhir Ranjan Chowdhury’s resignation
चौधरी ने कहा कि उनके पद परिवर्तन की घोषणा एक पार्टी बैठक में की गई थी। उन्होंने बताया, “चुनाव के परिणाम पार्टी के लिए पश्चिम बंगाल में अच्छे नहीं रहे। मैं अस्थायी अध्यक्ष था, लेकिन मेरी जिम्मेदारी थी। मैंने खरगे जी से कहा था कि अगर संभव हो तो मुझे किसी और से बदल सकते हैं।”
मुख्य बिंदु:
- खरगे जी को इस्तीफा भेजा: चौधरी ने कहा कि उन्होंने अपने इस्तीफे को खरगे जी को भेजा, लेकिन इसके स्वीकार होने की कोई सूचना नहीं मिली।
- सामाजिक मीडिया पर बयान: “खरगे जी ने मेरे पत्र का जवाब नहीं दिया। अगर स्वीकार किया गया, तो मुझे शिष्टाचार के अनुसार सूचित किया जाना चाहिए था।”
लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीति: | Adhir Ranjan Chowdhury’s resignation
लोकसभा चुनावों के दौरान, अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा था, हालांकि कांग्रेस और टीएमसी के बीच एक गठबंधन की बातचीत चल रही थी। बाद में, टीएमसी ने बातचीत को रद्द कर दिया और चौधरी को इसका दोषी ठहराया। ममता बनर्जी की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा और राज्य में ऐतिहासिक जीत हासिल की।
अख़िरी विचार: | Adhir Ranjan Chowdhury’s resignation
अधीर रंजन चौधरी का यह बयान कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रही राजनीति और उसके नेतृत्व के प्रति उनके असंतोष को उजागर करता है। उनके आरोप और प्रतिक्रिया पार्टी की आंतरिक राजनीति पर प्रकाश डालते हैं और यह दिखाते हैं कि कैसे चुनावी राजनीति में व्यक्तिगत विवाद और पार्टी के फैसले एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।
Table: Adhir Ranjan Chowdhury’s Key Statements
Statement | Details |
---|---|
Statement on Kharge’s remark | Upset by Kharge’s statement about being kept out if necessary |
Position change announcement | Announced during a party meeting |
Resignation status | No acknowledgment or response received from Kharge |
Impact of election results | Poor results for Congress in West Bengal |
Quote: | Adhir Ranjan Chowdhury’s resignation
“The day Mallikarjun Kharge became the party president, all other posts of the party in the country became temporary, according to the Constitution of the party.” – Adhir Ranjan Chowdhury
Sitesh Choudhary
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ये है कांग्रेस की राजनीति।