GST violation | GST धोखाधड़ी: पूर्व CS और IIT-Hyderabad के राज खुलते हैं!
पूर्व मुख्य सचिव सोमेश कुमार और चार अन्य के खिलाफ ‘GST उल्लंघन’ में FIR | GST violation
हैदराबाद: हैदराबाद पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (CCS) ने पूर्व मुख्य सचिव सोमेश कुमार और वाणिज्यिक कर विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ GST उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया है। फोरेंसिक रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि वाणिज्यिक कर विभाग के स्वामित्व डेटा को बिना अनुमति के एक तृतीय पक्ष को सौंपा गया।
केस की शुरुआत और प्रमुख आरोपी | GST violation
- तारीख: 26 जुलाई
- आरोपी: सोमेश कुमार, K Ravi Kanuri (जॉइंट कमिश्नर (CT), सेंट्रल कंप्यूटर विंग), Plianto Technologies Private Limited, IIT-Hyderabad के सहायक प्रोफेसर सोभन कुमार
प्रमुख आरोप | GST violation
- डाटा छुपाना:
- IIT-Hyderabad द्वारा छुपाए गए 11 मामलों की प्रारंभिक जांच में 400 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी पाई गई।
- तेलंगाना स्टेट बेवरेजेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसे मामलों का पर्दाफाश किया गया।
- राज्य में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई।
- अवैध निर्देश और प्रक्रियाएं:
- करदाताओं के डेटा को छुपाना और धोखाधड़ी मामलों को रद्द न करने के निर्देश देना।
- IGST हेड को नोटिसों में शामिल न करना।
- वाणिज्यिक कर विभाग के स्वामित्व डेटा को तृतीय पक्ष के आईपी को उपलब्ध कराना।
आरोपों का विस्तृत विश्लेषण | GST violation
Big Leap Technologies और Solutions Private Limited
- प्रारंभिक निष्कर्ष:
- इनपुट टैक्स क्रेडिट का 25.5 करोड़ रुपये का ट्रांसफर बिना टैक्स भुगतान के।
- राज्य खजाने को नुकसान हुआ।
IIT-Hyderabad की भूमिका | GST violation
- सॉफ्टवेयर विकास:
- IIT-Hyderabad ने वाणिज्यिक कर विभाग के लिए सॉफ्टवेयर विकास किया।
- सेवा प्रदाता का कार्य एनालिटिक्स करना और करदाताओं की रिटर्न्स पर डिस्क्रेपेंसी रिपोर्ट जनरेट करना था।
- गड़बड़ी की पहचान:
- Big Leap Technologies के डेस्क ऑडिट में गड़बड़ी मिली, लेकिन IIT-Hyderabad द्वारा तैयार रिपोर्टों में यह नहीं दिखाई दी।
- सॉफ्टवेयर में किए गए बदलावों का दस्तावेजीकरण न होना और मौखिक निर्देशों पर बदलाव किए गए।
अन्य प्रमुख मुद्दे | GST violation
- व्हाट्सएप ग्रुप का उपयोग:
- प्रोफेसर सोभान बाबू ने निर्देशों को व्हाट्सएप ग्रुप ‘Special Initiatives’ के माध्यम से लिया।
- रिपोर्टों में IGST की हानि का अनुमान लगाया गया और धोखाधड़ी मामलों में रजिस्ट्रेशन रद्द न करने के निर्देश जारी किए गए।
- IIT-Hyderabad और C-DAC की जांच:
- राज्य ऑडिट विभाग और C-DAC ने IIT-Hyderabad में होस्ट किए गए एप्लिकेशन और डेटाबेस का व्यापक ऑडिट किया।
- कुछ मामलों को नोटिसों की जनरेशन से व्यवस्थित तरीके से बाहर रखा गया और एक ही सर्वर पर कई एप्लिकेशन होस्ट की गईं।
वर्तमान स्थिति और प्रतिक्रियाएँ | GST violation
- IIT-Hyderabad निदेशक का जवाब:
- निदेशक ने मेल के माध्यम से कहा कि सभी विकास विभाग अधिकारियों और पूर्व CS द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार किए गए थे।
- FIR के आधार पर कार्रवाइयाँ:
- IIT-H निदेशक को प्रोजेक्ट इंवेस्टीगेटर की जगह लेने और फोरेंसिक ऑडिट के लिए सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
उपसंहार | GST violation
इस मामले में आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस और संबंधित जांच एजेंसियाँ मामले की पूरी जानकारी हासिल करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की दिशा में काम कर रही हैं। इस जाँच के परिणामस्वरूप, GST प्रणाली में सुधार और पारदर्शिता की उम्मीद की जा रही है।
Sitesh Choudhary
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