गौभक्ति, गौ सुरक्षा और गौसेवा में पास तो किसी आशीर्वाद की जरूरत नहीं- दशरथानंद सरस्वती
खाचरोद, उज्जैन, मध्यप्रदेश : २१ जुलाई २०२४ : गुरु पूर्णिमा पर्व पर गौ हत्या पर अंकुश लगने की प्रार्थना संतों ने की। उन्होंने बताया कि हमारी विभिन्न प्रकार की संस्कृति हिन्दू राष्ट्र की पहचान है। गौ माता की सेवा, गौ भक्ति, गौ सुरक्षा ही गुरु आशीर्वाद है।
गुरु बिन ज्ञान न नहीं, गुरु बिन प्रकाश नहीं…. यही सत्य है कि गुरु द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर ही राष्ट्र भक्ति राष्ट्र सम्पत्ति की सुरक्षा राष्ट्र विकास हो सकता है। ऐसे ही पावन गुरु भक्ति पर्व गुरु पूर्णिमा पर्व पर साधु संतों के आश्रमों पर गुरुशिष्यों ने पहुचकर विभिन्न प्रकार की पूजा अर्चना की एवं भेंट प्रदान कर गुरु चरणों में अपनी स्तुति प्रकट कर आशीर्वाद लिया।
वहीं मां बगलामुखी शक्ति के उपासक शक्ति पीठ चोकी आश्रम के पीठाधीश्वर श्री श्री कृष्णानंद जी महाराज ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के गौ रक्षा, गौ सेवा वर्ष सकल्पं को पूर्णतः करने के उद्देश्य से आश्रम पर गौ चतुर्मास का आयोजन कर रहे। अलग-अलग राज्यों के भक्त गणों में गौ भक्ति का अलख जगाने का आशीर्वाद दे रहे हैं।
पत्रकारों की टीम भी माँ बगलामुखी आश्रम पहुंची, जहां पर शक्ति पीठ पीठाधीश्वर कृष्णानंद जी महाराज और परम गौभक्त गौ प्रवक्ता श्री दशरथानंद सरस्वती महाराज ओर से गुरु पूर्णिमा पर गौ रक्षा के सकल्पं को लेकर विशेष चर्चा करी। जिसमें बताया कि गौ माता की हत्या पर पूर्णतः प्रतिबंध हो जाए और गौ भक्ति का अलख जाग जाए तो फिर किसी भी आशीर्वाद की जरूरत भारत वर्ष को नहीं पड़ेगी, क्योंकि 33 कोटी देवी-देवताओं का वास गौमाता के रुप में मानव जीवन की परीक्षा ले रही है।
यदि इस परीक्षा में सरकार और मानवजाति पास हो गए तो 33 कोटि देवी-देवता का आशीर्वाद मिल सकता है।
कमलेश पाटीदार
Follow Us On Facebook || Subscribe Us On Youtube || Find Us On Instagram ||
Check Us On Pinterest || Follow Us On X (Tweeter)
बात तो सही है।