Fake Currency Racket | 5.62 लाख की जाली करेंसी बरामद, पुलिस का बड़ा खुलासा!
कुशीनगर में जाली नोटों का बड़ा खुलासा: 10 शातिर गिरफ्तार | Fake Currency Racket
कुशीनगर पुलिस की बड़ी सफलता, जाली नोटों की सप्लाई में लिप्त गिरोह का पर्दाफाश।
पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई | Fake Currency Racket
कुशीनगर जिले में पुलिस ने एक बड़े जाली नोटों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में 10 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से करीब 5 लाख 62 हजार रुपये की जाली करेंसी, असली भारतीय मुद्रा में परिवर्तित 1 लाख 10 हजार रुपये नगद और नेपाल राष्ट्र के 3 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। इस बड़े खुलासे ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
मुख्य बिंदु:
- जाली नोटों का कुल मूल्य: 5 लाख 62 हजार रुपये
- भारतीय मुद्रा में परिवर्तित राशि: 1 लाख 10 हजार रुपये
- नेपाल की मुद्रा: 3 हजार रुपये
- 10 शातिर अपराधी गिरफ्तार
- भारी मात्रा में अवैध हथियार और गोला-बारूद बरामद
गिरफ्तारी के दौरान बरामद सामग्री | Fake Currency Racket
कुशीनगर पुलिस को अपराधियों के पास से भारी मात्रा में नाजायज असलहे और कारतूस भी मिले हैं। साथ ही कई फर्जी दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी पुलिस ने जब्त किए हैं। बरामद सामग्रियों की सूची निम्नलिखित है:
बरामद सामग्री | संख्या |
---|---|
जाली नोट | ₹5,62,000 |
भारतीय मुद्रा (परिवर्तित) | ₹1,10,000 |
नेपाल की मुद्रा | ₹3,000 |
नाजायज तमंचे (315 बोर) | 10 |
जिंदा कारतूस | 30 |
फायरशुदा खोखा कारतूस | 12 |
सुतली देशी बम | 04 |
मोबाइल फोन (फर्जी सिम के साथ) | 13 |
फर्जी आधार कार्ड | 10 |
फर्जी एटीएम कार्ड | 10 |
लैपटॉप | 08 |
लक्जरी चार पहिया वाहन | 02 |
अवैध गतिविधियों का नेटवर्क | Fake Currency Racket
गिरफ्तार किए गए अपराधियों का नेटवर्क काफी विस्तृत था, जिसमें जाली नोटों की सप्लाई के साथ-साथ अवैध हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी भी शामिल थी। ये गिरोह बेहद सुनियोजित तरीके से काम करता था और इसका संचालन कई जिलों में फैल चुका था।
जाली नोटों का कारोबार करने वाले ये अपराधी नकली नोटों को असली मुद्रा में परिवर्तित करके बाजार में चला रहे थे। पुलिस ने बताया कि ये नोट बेहद बारीकी से बनाए जाते थे, जिससे पहचान करना मुश्किल होता था। गिरोह के सदस्य अलग-अलग जगहों पर इन नोटों को खपाने का काम करते थे।
पुलिस की रणनीति | Fake Currency Racket
कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के निर्देशानुसार, जाली नोटों के इस गोरखधंधे पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में थाना तमकुहीराज, थाना तरयासुजान, थाना सेवरही और साइबर पुलिस की संयुक्त टीमें शामिल थीं।
इन टीमों ने 22 सितंबर 2024 को सघन चेकिंग अभियान चलाया और इस दौरान 10 अपराधियों को धर दबोचा। पुलिस को इन अपराधियों से बड़ी मात्रा में जाली नोट, अवैध हथियार और अन्य आपराधिक सामग्रियां मिलीं।
साइबर क्राइम से भी जुड़े थे तार | Fake Currency Racket
इस गिरोह का जाली नोटों के कारोबार के अलावा साइबर क्राइम से भी गहरा संबंध था। साइबर पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि ये अपराधी फर्जी सिम कार्ड और आधार कार्ड का उपयोग करके डिजिटल लेन-देन भी करते थे। ये फर्जी सिम और दस्तावेज क्राइम के अन्य उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किए जाते थे, जिससे उन्हें पकड़ना और भी मुश्किल हो जाता था।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी? | Fake Currency Racket
अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह ने बताया,
“ये गिरोह काफी समय से जाली नोटों और अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त था। इनके तार अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जुड़े होने की आशंका है। फिलहाल हम इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।”
इलाके में बढ़ी सुरक्षा | Fake Currency Racket
इस खुलासे के बाद कुशीनगर और आसपास के जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध गतिविधि के बारे में जानकारी मिले, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।
आने वाले समय में और कार्रवाई | Fake Currency Racket
पुलिस इस मामले में अभी और भी छानबीन कर रही है और जल्द ही अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए दबिशें दी जाएंगी। इसके साथ ही, अपराधियों से जब्त किए गए लैपटॉप और मोबाइल फोन की भी जांच की जा रही है, ताकि और भी सुराग मिल सकें।
जाली नोटों की पहचान कैसे करें? | Fake Currency Racket
आम जनता को जाली नोटों की पहचान के लिए सतर्क रहना चाहिए। यहां कुछ सामान्य टिप्स दिए गए हैं:
- वॉटरमार्क: असली नोटों में महात्मा गांधी का वॉटरमार्क साफ होता है।
- सिक्योरिटी थ्रेड: नोटों पर एक सिक्योरिटी थ्रेड होती है, जो असली नोटों में पूरी तरह से जुड़ी होती है।
- रंग बदलने वाली इंक: असली नोटों में इंक का रंग बदलता है जब उसे कोण से देखा जाता है।
- रिज़ इन प्रिंटिंग: असली नोटों पर कुछ हिस्से हल्के उभरे होते हैं, जिन्हें छूकर महसूस किया जा सकता है।
पुलिस की अपील | Fake Currency Racket
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे जाली नोटों की पहचान के लिए सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध लेन-देन के बारे में तुरंत जानकारी दें। साथ ही, यदि किसी को जाली नोट मिलता है, तो उसे तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में जमा कराएं।
निष्कर्ष | Fake Currency Racket
इस बड़े खुलासे से यह स्पष्ट है कि जाली नोटों का कारोबार देश की अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। कुशीनगर पुलिस की इस सफलता ने इस आपराधिक गतिविधि पर बड़ा प्रहार किया है, लेकिन इस तरह की और भी घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता और सुरक्षा को और बढ़ाने की जरूरत है।
“हम अपने जिले को अपराध मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। जनता के सहयोग से हम इस तरह के गिरोहों पर और भी बड़ी कार्रवाई करेंगे,” – पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा।
भविष्य की रणनीति | Fake Currency Racket
पुलिस आने वाले समय में ऐसे गिरोहों पर और कड़ी नजर रखेगी और साइबर क्राइम के बढ़ते खतरों को देखते हुए डिजिटल अपराधों पर भी विशेष ध्यान देगी।
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