Selfless Service | जानें कैसे सेवा भाव ने बनाया आलमगीर अंसारी को सफल
सेवा से बड़ा कोई परोपकार नहीं: आलमगीर अंसारी की प्रेरणादायक यात्रा | Selfless Service
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश – किसी व्यक्ति की सफलता के लिए सिर्फ दौलत और संसाधन ही नहीं, बल्कि सेवाभाव और परोपकार भी अहम भूमिका निभाते हैं। यह विचार रेड हिल्स ग्रुप के सीएमडी आलमगीर अंसारी द्वारा व्यक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से ताल्लुक रखने वाले आलमगीर अंसारी ने अपनी कार्यशैली और समाजसेवा से लाखों दिलों पर राज किया है। उनका मानना है कि निःस्वार्थ सेवा का भाव ही असली सफलता की कुंजी है।
आलमगीर अंसारी का जीवन मंत्र: सेवा भाव ही सबसे बड़ी पूंजी | Selfless Service
आलमगीर अंसारी के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके सेवा भाव से होती है, न कि उसकी दौलत से। उनका कहना है,
“सेवा से बड़ा कोई परोपकार इस संसार में नहीं है। यह मानवता की सबसे बड़ी ताकत है, जो हमें एक-दूसरे से जोड़ती है।”
उनका यह विचार उनके कार्य और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता में स्पष्ट रूप से दिखता है।
क्या कहता है आलमगीर अंसारी का जीवन दर्शन? | Selfless Service
रेड हिल्स ग्रुप के सीएमडी आलमगीर अंसारी का कहना है कि जीवन में कामयाबी का असली मतलब सिर्फ व्यक्तिगत विकास नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाना भी है। उनका मानना है कि सेवाभाव न केवल व्यक्ति को आत्मसंतुष्टि प्रदान करता है, बल्कि समाज को भी नई दिशा देता है।
उनका कहना है,
“आप दूसरों के प्रति जितना निःस्वार्थ रहेंगे, उतना ही आप अपने जीवन को सफल बना पाएंगे।”
सेवा भाव: कामयाबी का मूलमंत्र | Selfless Service
आलमगीर अंसारी का जीवन दर्शन यह है कि बिना सेवा भाव के कोई भी व्यक्ति कामयाबी हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने यह दिखाया कि दौलत के बिना भी आप बड़े लक्ष्य हासिल कर सकते हैं अगर आपके पास निःस्वार्थ सेवा का भाव है। उनके अनुसार,
- सेवा का मतलब सिर्फ आर्थिक सहयोग नहीं है, बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी दूसरों की मदद करना है।
- सेवा भाव से समाज में बदलाव लाया जा सकता है और लोगों को उनके सामाजिक दायित्वों के प्रति जागरूक किया जा सकता है।
आलमगीर अंसारी की सेवा कार्यों की सूची | Selfless Service
रेड हिल्स ग्रुप के माध्यम से आलमगीर अंसारी ने अनेक सामाजिक कार्य किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- गरीबों और जरूरतमंदों के लिए मुफ्त शिक्षा और चिकित्सा सुविधाएं।
- प्राकृतिक आपदाओं के समय लोगों की मदद करना।
- महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना।
- युवाओं को रोजगार और शिक्षा के नए अवसर प्रदान करना।
सेवा कार्य | विवरण |
---|---|
शिक्षा | मुफ्त शिक्षा अभियान चलाना, गरीब छात्रों की मदद करना |
चिकित्सा | जरूरतमंदों को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना |
सामाजिक जागरूकता | समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने का प्रयास |
आपदा राहत | प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत सामग्री प्रदान करना |
क्यों जरूरी है सेवा भाव? | Selfless Service
आलमगीर अंसारी मानते हैं कि जब हम दूसरों के प्रति सेवा भाव रखते हैं, तो हम समाज में आपसी सद्भाव और एकता को मजबूत करते हैं। उनका कहना है कि सेवा भाव के जरिए:
- समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त किया जा सकता है।
- आपसी द्वेष की भावना खत्म होती है और लोग मिलकर कामयाबी के पथ पर आगे बढ़ते हैं।
सेवा भाव का आर्थिक पहलू | Selfless Service
सेवा भाव केवल मानसिक या भावनात्मक संतोष का साधन नहीं है, बल्कि इसका आर्थिक महत्व भी है। आलमगीर अंसारी का मानना है कि अगर व्यक्ति अपने सहकर्मियों और समाज के प्रति सेवा भाव रखता है, तो उसका व्यवसाय भी फलता-फूलता है।
उनका कहना है,
“अगर आप अपने कर्मचारियों के प्रति ईमानदार और सेवाभावी हैं, तो आपका व्यवसाय तेजी से बढ़ेगा।”
आलमगीर अंसारी की सफलता की कहानी | Selfless Service
कुशीनगर के एक छोटे से गाँव से निकलकर आलमगीर अंसारी ने जो मुकाम हासिल किया है, वह किसी भी बड़े उद्योगपति से कम नहीं है। लेकिन उनकी असली कामयाबी उनकी सेवा भाव के कारण है। उन्होंने बताया कि उनकी सफलता के पीछे उनका सेवाभाव ही मुख्य कारण रहा है।
उनका कहना है,
“सेवाभाव ने मुझे वह आत्मसंतोष दिया है, जो दौलत और शोहरत नहीं दे सकती।”
सेवा से मिलती है आत्मसंतुष्टि | Selfless Service
आलमगीर अंसारी का मानना है कि सेवा भाव न केवल आपके आस-पास के लोगों को मदद पहुंचाता है, बल्कि आपको आत्मसंतोष भी प्रदान करता है। जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो हमें अंदर से संतुष्टि मिलती है, जो हमें जीवन में और अधिक सकारात्मक बनाने में मदद करती है।
उनका कहना है,
“सेवाभाव जीवन की सबसे बड़ी संतुष्टि है। यह हमें मानसिक और भावनात्मक रूप से भी मजबूत बनाता है।”
निष्कर्ष | Selfless Service
आलमगीर अंसारी की कहानी हमें यह सिखाती है कि असली सफलता का मतलब केवल दौलत और शोहरत नहीं है। असली सफलता तब मिलती है जब आप समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निःस्वार्थ भाव से निभाते हैं।
उनके अनुसार,
“सेवा से बड़ा कोई परोपकार नहीं है, और अगर हम यह समझ लें, तो हम न केवल अपने जीवन को सफल बना सकते हैं, बल्कि समाज को भी नई दिशा दे सकते हैं।”
आलमगीर अंसारी के जीवन से प्रेरणा
आलमगीर अंसारी की इस प्रेरणादायक यात्रा से हमें यह सिखने को मिलता है कि सेवा भाव से बड़ा कोई परोपकार नहीं है। हमें चाहिए कि हम अपने जीवन में इस मूल्य को अपनाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करें।
Follow Us On Facebook || Subscribe Us On Youtube || Find Us On Instagram ||
Check Us On Pinterest || Follow Us On X (Tweeter)
0 Comments