PMFME Scheme | पारंपरिक पाक कला से पाएं बड़ा मुनाफा, दरभंगा का उदाहरण!
पी.एम.एफ.एम.ई योजना: घरेलू पाक कला को व्यवसायिक मंच
दरभंगा में महिला उद्यमियों को मिला बड़ा अवसर | PMFME Scheme
दरभंगा, 19 सितंबर 2024:
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पी.एम.एफ.एम.ई योजना) बिहार में महिलाओं के लिए एक बड़ा परिवर्तन लेकर आई है। खासकर दरभंगा जिले में यह योजना घरेलू खाद्य और पाक कला को व्यवसायिक मंच प्रदान कर रही है। इस योजना के तहत जीविका दीदियों ने न केवल अपने उत्पादों को व्यापक बाजार में प्रस्तुत किया, बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी बड़ा इज़ाफा हुआ है।
दरभंगा में सबसे अधिक लाभार्थी | PMFME Scheme
- दरभंगा जिले में पी.एम.एफ.एम.ई योजना के तहत 1,376 से अधिक महिला लाभार्थी हैं।
- यह आंकड़ा बिहार के किसी भी जिले में सबसे अधिक है।
- डॉ. ऋचा गार्गी, जिला परियोजना प्रबंधक (जीविका), ने बताया कि इस योजना ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अनीता दास ने किया बिहार का प्रतिनिधित्व | PMFME Scheme
बिरौल प्रखण्ड की अनीता दास ने दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित “वर्ल्ड फूड इंडिया – 2024” में बिहार का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अपने उत्पादों का स्टॉल लगाया, जिससे उन्हें एक बड़ा और व्यापक बाजार मिला। यह एक बड़ा अवसर था जहां अनीता ने अपने उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया।
महिला उद्यमियों की वर्चुअल भागीदारी | PMFME Scheme
- दरभंगा की महिला उद्यमियों ने एन.आई.सी के माध्यम से वर्चुअल रूप से “वर्ल्ड फूड इंडिया – 2024” के तीसरे संस्करण में भाग लिया।
- प्रमुख महिला उद्यमियों में आशा, रागिनी, सुहाग, खुशबू, संगीता देवी, पार्वती देवी और इंद्रवती देवी शामिल थीं।
- उन्होंने मखाना, अचार, तिलौड़ी और पापड़ जैसे उत्पादों को प्रदर्शित किया।
पी.एम.एफ.एम.ई योजना की खासियत | PMFME Scheme
पी.एम.एफ.एम.ई योजना महिला उद्यमियों को Seed Capital और Credit Linkage के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म खाद्य उद्योगों को बढ़ावा देना है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो पारंपरिक पाक कला में निपुण हैं।
इस योजना के कुछ मुख्य लाभ:
- वित्तीय सहायता से महिलाओं ने अपने उत्पादों में नवाचार किया है।
- क्रेडिट लिंकेज से उन्हें अपने व्यवसायों का विस्तार करने में मदद मिली है।
- पारंपरिक पाक कला को आधुनिक बाजार तक पहुंचाने में मदद मिली है।
सुरभि उत्पादक समूह की सफलता
हायाघाट प्रखण्ड के पतोर पंचायत का सुरभि उत्पादक समूह भी इस योजना का लाभ उठाकर अपने व्यवसाय को तेजी से बढ़ा रहा है। सुरभि समूह ने अपने खाद्य उत्पादों को आधुनिक तरीके से प्रस्तुत किया और उन्हें बड़े बाजारों तक पहुंचाया।
संचार प्रबंधक राजा सागर की प्रतिक्रिया | PMFME Scheme
संचार प्रबंधक राजा सागर ने पी.एम.एफ.एम.ई योजना की सराहना करते हुए कहा:
“यह योजना महिलाओं की पारंपरिक पाक कला को एक व्यवसायिक मंच प्रदान कर रही है, जिससे उनके उत्पाद शुद्धता और सेहत की कसौटी पर खरे उतरते हुए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद साबित हो रहे हैं।”
जीविका दीदियों का आत्मविश्वास | PMFME Scheme
जीविका दीदियों ने बताया कि “वर्ल्ड फूड इंडिया – 2024” का सीधा प्रसारण देखकर वे बेहद उत्साहित हुईं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से उन्हें नए अवसरों का पता चलता है, और वे अब अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अधिक मेहनत करेंगी।
आर्थिक सशक्तिकरण का बढ़ता प्रभाव | PMFME Scheme
पी.एम.एफ.एम.ई योजना ने दरभंगा की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है। इस योजना के तहत:
- महिलाएं अपने छोटे घरेलू व्यवसायों को बड़े स्तर पर ले जा रही हैं।
- अधिक रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
- महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे अपनी पारंपरिक पाक कला को एक नए अंदाज में प्रस्तुत कर रही हैं।
दरभंगा जिले का आर्थिक विकास | PMFME Scheme
दरभंगा जिले में यह योजना न केवल महिलाओं के जीवन स्तर को सुधार रही है, बल्कि जिले के आर्थिक विकास में भी योगदान दे रही है। दरभंगा, जो पहले से ही अपने मखाना और पापड़ जैसे उत्पादों के लिए प्रसिद्ध था, अब और भी अधिक पहचान बना रहा है।
पी.एम.एफ.एम.ई योजना के तहत उपलब्ध सहायता | PMFME Scheme
सहायता | विवरण |
---|---|
Seed Capital | महिला उद्यमियों को प्रारंभिक पूंजी प्रदान की जाती है ताकि वे अपने व्यवसायों को शुरू कर सकें। |
Credit Linkage | व्यवसाय को बढ़ाने के लिए कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। |
तकनीकी सहायता | महिला उद्यमियों को उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता दी जाती है। |
मार्केटिंग सपोर्ट | उत्पादों को बाजार में प्रस्तुत करने के लिए विपणन सहायता प्रदान की जाती है। |
भविष्य की दिशा | PMFME Scheme
पी.एम.एफ.एम.ई योजना के तहत, दरभंगा की महिलाओं के पास आगे बढ़ने और अपने व्यवसाय को और भी अधिक विस्तार देने के कई अवसर हैं। इस योजना के माध्यम से वे अपने उत्पादों को देशभर में पहुँचाने में सक्षम हो रही हैं।
इस योजना ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर महिलाओं को सही मार्गदर्शन और सहायता मिलती है, तो वे न केवल अपने परिवारों को सशक्त बना सकती हैं, बल्कि अपने समुदायों और जिलों के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
निष्कर्ष | PMFME Scheme
पी.एम.एफ.एम.ई योजना ने दरभंगा में महिलाओं के जीवन को बदलने का काम किया है। इस योजना के तहत, महिलाओं ने अपने पारंपरिक खाद्य उत्पादों को एक नए आयाम में प्रस्तुत किया है और व्यवसायिक सफलता की ओर बढ़ रही हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण अनीता दास का दिल्ली के प्रगति मैदान में बिहार का प्रतिनिधित्व करना है।
यह योजना महिलाओं के लिए एक उज्जवल भविष्य का संकेत है, जो न केवल उनके आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि समाज में उनकी भूमिका को और भी सशक्त बनाएगी।
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