Panchayat Reorganisation | असम का पंचायत परिसीमन: जानें किसे मिलेगा फायदा?
मोरीगांव जिला के पंचायत परिसीमन का मसौदा प्रकाशित | Panchayat Reorganisation
मोरीगांव, असम, 18/09/2024: मोरीगांव जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए पंचायत परिसीमन का मसौदा प्रकाशित कर दिया गया है। यह महत्वपूर्ण मसौदा मोरीगांव जिला आयुक्त कार्यालय में आयोजित एक बैठक में पेश किया गया।
पंचायत परिसीमन का मसौदा: मुख्य बिंदु
- पंचायत परिसीमन मसौदा:
- मोरीगांव जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए तैयार किया गया।
- कुल 84 गांव पंचायतों में बदलाव।
- एक पंचायत का विलय और एक जिला परिषद की कमी।
बैठक की प्रमुख बातें | Panchayat Reorganisation
मोरीगांव जिला आयुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक में मोरीगांव जिले की अतिरिक्त आयुक्त संगीता बरठाकुर और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की:
- पंचायतों में बदलाव:
- अब मोरीगांव जिले से एक पंचायत का विलय हो गया है।
- वर्तमान में जिले में 12 जिला परिषद रह गई हैं।
- सुनवाई और टिप्पणियाँ:
- मसौदा 18 सितंबर से 20 सितंबर तक विकास खंड और ग्राम पंचायतों को भेजा जाएगा।
- सार्वजनिक सुनवाई 23 से 25 सितंबर तक आयोजित की जाएगी।
- अंतिम ड्राफ्ट सितंबर के अंत में जारी किया जाएगा।
- आपत्तियाँ और दावे:
- ग्रामीणों की आपत्तियाँ दर्ज करने के लिए जिला प्रशासन उच्च स्तरीय अधिकारियों की नियुक्ति करेगा।
जिला प्रशासन की तैयारी | Panchayat Reorganisation
आयुक्त कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी गई कि:
- सुनवाई की प्रक्रिया:
- पंचायत परिसीमन के मसौदे पर ग्रामीणों की टिप्पणियों के लिए एक विशेष सुनवाई की जाएगी।
- ग्रामीणों को उनके सुझाव और आपत्तियाँ दर्ज करने का मौका मिलेगा।
- अंतिम मसौदा:
- सभी आपत्तियों और सुझावों की समीक्षा के बाद अंतिम ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा।
- यह ड्राफ्ट जिले के विकास और प्रशासनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए होगा।
उद्धरण | Panchayat Reorganisation
संगीता बरठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पंचायत परिसीमन का यह मसौदा हमारे जिले के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हम चाहते हैं कि सभी संबंधित पक्ष इस मसौदे पर अपनी राय दें और किसी भी तरह की आपत्तियों को समय पर दर्ज करें। हमारी प्राथमिकता है कि पंचायत व्यवस्था को और भी प्रभावशाली और न्यायपूर्ण बनाया जा सके।”
पंचायत परिसीमन का महत्व | Panchayat Reorganisation
पंचायत परिसीमन का उद्देश्य:
- प्रभावशीलता:
- पंचायतों की संख्या और संरचना को सुधारकर विकास कार्यों को प्रभावी बनाना।
- वेतन और संसाधनों का वितरण:
- बेहतर ढंग से संसाधनों का वितरण सुनिश्चित करना।
- स्थानीय प्रशासन:
- स्थानीय प्रशासन को अधिक कुशल बनाना और पंचायतों के कार्यों में पारदर्शिता लाना।
संक्षेप में | Panchayat Reorganisation
मोरीगांव जिले में पंचायत परिसीमन के इस नए मसौदे से स्थानीय प्रशासन में कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। यह मसौदा आगामी महीनों में लागू होने के लिए तैयार किया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों के सुझाव और आपत्तियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
कुल मिलाकर, यह प्रक्रिया जिले की पंचायत प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आगामी दिनों में होने वाली सुनवाई और टिप्पणियाँ इस मसौदे को अंतिम रूप देने में मदद करेंगी।
पंचायत परिसीमन मसौदा और इसके साथ जुड़े अन्य विवरणों के बारे में अधिक जानकारी के लिए मोरीगांव जिला आयुक्त कार्यालय की वेबसाइट पर ध्यान दें।
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