Bihar Education Policy Protest | शिक्षकों की कड़ी चुनौती: नीतीश सरकार की मुश्किलें बढ़ीं!
पटना, बिहार: बिहार में वित रहित शिक्षा नीति के खिलाफ शिक्षक संग माले MLC संजय सिंह के नेतृत्व में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया। इस धरना-प्रदर्शन ने सरकार की संवेदनहीनता और शिक्षा नीति की खामियों को उजागर किया।
धरना प्रदर्शन का मुख्य कारण | Bihar Education Policy Protest
बिहार में विहित कलंकित शिक्षा नीति को लेकर शिक्षक लामबंद हो गए हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह केवल कागजी आंकड़ों के आधार पर काम कर रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
मुख्य आरोप:
- वेतन मान का लंबित भुगतान: शिक्षक कई वर्षों से अपने बकाया वेतन का भुगतान नहीं पा रहे हैं।
- वित्तीय सहायता का अभाव: 2008 से अनुदान बकाया है, जिसकी समय पर अदायगी नहीं की जा रही।
- आधारभूत संरचना का संकट: नए विद्यालय खोले गए हैं लेकिन आवश्यक भवन और सुविधाएं नहीं हैं।
MLC संजय सिंह का बयान | Bihar Education Policy Protest
संजय सिंह ने कहा, “हम लगातार यह मांग कर रहे हैं कि वित रहित शिक्षा नीति को समाप्त किया जाए। सरकार ने 2008 में अनुदान की समाप्ति की घोषणा की थी, लेकिन आज भी शिक्षक बिना वेतन के काम कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार की यह संवेदनहीनता शिक्षा के क्षेत्र में गंभीर संकट पैदा कर रही है। आज हम अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और इस संघर्ष में अंत तक बने रहेंगे।”
धरना प्रदर्शन की घटनाएँ | Bihar Education Policy Protest
स्थल: MLC संजय सिंह का आवास
समय: धरना प्रदर्शन सुबह से शुरू हुआ और पूरे दिन चलता रहा।
शिक्षकों की स्थिति:
- गुस्सा और निराशा: शिक्षकों ने अपनी कठिनाइयों को साझा किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
- वेतन मान की मांग: शिक्षकों ने अपनी लंबे समय से लंबित वेतन की अदायगी की मांग की।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगें:
- वेतन मान: शिक्षकों को उचित वेतन मान दिया जाए।
- सरकारीकरण: सभी वित रहित शिक्षकों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
- अनुदान का भुगतान: 2008 से बकाया अनुदान का भुगतान शीघ्र किया जाए।
सरकार की प्रतिक्रिया | Bihar Education Policy Protest
सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे सरकार से ठोस और त्वरित कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
शिक्षक संग माले का भविष्य | Bihar Education Policy Protest
शिक्षक संग माले ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। वे हर नेता के घर के बाहर धरना प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं और अपनी आवाज को हर संभव जगह पहुंचाएंगे।
Quote: “हमारा संघर्ष सिर्फ शिक्षकों का नहीं, बल्कि पूरे बिहार के भविष्य का है। सरकार को चाहिए कि वह हमारी मांगों को गंभीरता से ले और तुरंत कार्रवाई करे।” – संजय सिंह, MLC
निष्कर्ष | Bihar Education Policy Protest
बिहार में वित रहित शिक्षा नीति के खिलाफ शिक्षकों का यह विरोध प्रदर्शन सरकारी नीतियों की खामियों को उजागर कर रहा है। यह आंदोलन सरकार के लिए एक चेतावनी है कि शिक्षा क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है और शिक्षकों के अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए।
इस संघर्ष के परिणामस्वरूप बिहार की शिक्षा नीति में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि सरकार कितनी जल्दी शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करती है।
Follow Us On Facebook || Subscribe Us On Youtube || Find Us On Instagram ||
Check Us On Pinterest || Follow Us On X (Tweeter)
0 Comments