Urdu Language | जानें, उर्दू वाद-विवाद प्रतियोगिता के विजेता कौन?
Urdu Language: अमन और शांति का प्रतीक
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया
नगर के डीआरडीए (विकास भवन) सभा कक्ष में जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने उर्दू भाषा कोषांग द्वारा आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने उर्दू भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उर्दू एक ऐसी भाषा है जो अमन और शांति का पैगाम देती है।
उर्दू भाषा की लोकप्रियता और महत्व | Urdu Language
- अमन और शांति का पैगाम: जिलाधिकारी ने बताया कि उर्दू भाषा की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बहुत से लोग, जो इसे पूरी तरह से नहीं समझते, फिर भी इसे सुनना पसंद करते हैं।
- उर्दू शायरी और गजल: उर्दू शायरी और गजल की खूबसूरती ने पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित किया है।
वाद-विवाद प्रतियोगिता के विषय | Urdu Language
प्रतियोगिता में विभिन्न विषयों पर बहस की गई, जो इस प्रकार हैं:
- मैट्रिक/समकक्ष स्तर:
- तालीम की अहमियत
- शराब सभी बुराइयों की जड़
- जल जीवन हरियाली
- इंटर/समकक्ष स्तर:
- उर्दू जबान की अहमियत
- स्वच्छता का महत्त्व
- जल जीवन हरियाली
- स्नातक/समकक्ष स्तर:
- उर्दू गजल की लोकप्रियता
- दहेज एक सामाजिक लानत
- जल जीवन हरियाली
प्रतिभागियों की उपलब्धियाँ | Urdu Language
प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को निम्नलिखित स्थान प्राप्त हुए:
- मैट्रिक वर्ग:
- प्रथम स्थान: कुतैबा जमाल
- इंटरमीडिएट वर्ग:
- प्रथम स्थान: शाहनवाज आलम
- स्नातक वर्ग:
- प्रथम स्थान: अब्दुल्लाह
इन प्रतिभागियों को प्रोत्साहन राशि, प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
निर्णायक मंडल की टिप्पणियाँ | Urdu Language
कार्यक्रम के निर्णायक मंडल के सदस्यों ने भी अपनी टिप्पणियाँ दी:
- डॉ. अब्दुल वदूद
- डॉ. उमर फारूक
- डॉ. मो. हुसैन
- मोहम्मद असद
- श्री मकसूद आलम रिफत
इनकी टिप्पणियाँ प्रतियोगिता के विषयों और प्रतिभागियों के प्रदर्शन पर केंद्रित थीं।
उर्दू भाषा कोषांग की योजनाएँ | Urdu Language
जिला उर्दू भाषा कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी मेराज अहमद ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम और बड़े स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने उर्दू भाषा के महत्व को बताते हुए कहा कि उर्दू ने बिहार में द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त किया है और इसके विकास के लिए यह आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम की सफलता में योगदान | Urdu Language
कार्यक्रम को सफल बनाने में निम्नलिखित लोगों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा:
- श्री मो० मुहतदा – उर्दू अनुवादक
- श्री मो० जाकिर हुसैन – सहायक उर्दू अनुवादक
- श्रीमती बुसरा हबीब – उर्दू अनुवादक
- श्री तनवीर आलम – उर्दू अनुवादक
- श्री मजहर इमाम – उर्दू अनुवादक
- श्री राजू कुमार – नि०व०लि० (हिन्दी)
- श्री अब्दुल मन्नान – उ०व०लि०
- श्री गजन्फर अली – उ०व०लि०
समारोह में शामिल अन्य अधिकारी | Urdu Language
- उप विकास आयुक्त दीपेश कुमार
- वरीय उप समाहर्ता सुजीत कुमार बरनवाल
- प्रशिक्षु जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अमन कुमार आकाश
इस कार्यक्रम का उद्देश्य उर्दू भाषा की लोकप्रियता और महत्व को बढ़ावा देना था, और इसमें शामिल सभी व्यक्तियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान किया।
निष्कर्ष | Urdu Language
उर्दू भाषा की सुंदरता और इसकी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा ने इस कार्यक्रम को सफल और प्रेरणादायक बना दिया। जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम की महत्वपूर्णता को और भी बढ़ा दिया।
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