Reservation Controversy | आरक्षण पर बड़ा विवाद! मांझी और चिराग का असली रुख क्या है?
बिहार में आरक्षण को लेकर सियासी गहमागहमी
नई दिल्ली: बिहार के सियासी माहौल में एक बार फिर आरक्षण का मुद्दा गरमा गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान से सीधा सवाल पूछ लिया है। तेजस्वी यादव का सवाल यह है कि क्या मांझी और पासवान क्रीमी लेयर में आते हैं और यदि ऐसा है, तो क्या वे आरक्षण का लाभ छोड़ देंगे?
तेजस्वी यादव का सवाल | Reservation Controversy
तेजस्वी यादव ने अपने सवाल में कहा,
“क्या जीतन राम मांझी और चिराग पासवान क्रीमी लेयर में आते हैं? अगर हां, तो आंदोलन से पहले क्या वे त्यागपत्र देंगे?”
उनका यह सवाल एक व्यापक राजनीतिक विमर्श की ओर इशारा करता है, जिसमें एनडीए के सहयोगी दलों के बीच मतभेद उभर कर सामने आए हैं। तेजस्वी यादव ने यह भी बताया कि उनके दल ने क्रीमी लेयर के मुद्दे पर 2 घंटे के भीतर नोटिफिकेशन के बाद इसे उठाया था।
आरक्षण पर मौजूदा स्थिति | Reservation Controversy
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर और कोटा को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया था। इसके विरोध में 21 अगस्त को अनुसूचित जाति और जनजाति प्रकोष्ट मोर्चा ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया था। इस बंद का बिहार के 28 शहरों में व्यापक असर देखने को मिला।
भारत बंद की मांगें | Reservation Controversy
- क्रीमी लेयर के खिलाफ आरक्षण: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई दलित और आदिवासी संगठनों ने बंद बुलाया।
- अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए सुविधाएं: दलित और आदिवासी संगठनों ने कई नई मांगें भी की हैं।
चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की प्रतिक्रियाएं | Reservation Controversy
चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि
“संपन्न दलितों को आरक्षण छोड़ देना चाहिए।”
इसके विपरीत, जीतन राम मांझी ने क्रीमी लेयर को लागू कराने की दिशा में अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है और क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान अनुसूचित जातियों में नहीं हो सकता।
बीजेपी के अंदर मतभेद | Reservation Controversy
बीजेपी के दोनों सहयोगी दलों के बीच इस मुद्दे पर मतभेद सामने आए हैं, जिससे एनडीए के भीतर फूट की संभावना बढ़ गई है। तेजस्वी यादव ने इस बिखराव को स्पष्ट किया है और इसे बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बताया है।
निष्कर्ष | Reservation Controversy
आरक्षण के मुद्दे पर बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है। तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी और चिराग पासवान के बीच चल रही चर्चा इस बात का संकेत है कि सियासी दल अपने रुख को स्पष्ट करने में लगे हैं। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि बीजेपी के लिए आगामी चुनावी मुकाबला चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
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