Shivpuri Flood Rescue | रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 8 लोगों को बचाया गया!
शिवपुरी जिले में नदी के बीच फंसे 8 लोगों का सफल रेस्क्यू ऑपरेशन
शिवपुरी, मध्य प्रदेश
शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र में गुरुवार की शाम को एक खतरनाक घटना सामने आई। भड़ौता-रन्नौद मार्ग पर स्थित रेशम माता मंदिर के पास, सिंध और गुंजारी नदी के बीच बने टापू पर 8 राहगीर फंस गए। बढ़ते जलस्तर के चलते, वे टापू से बाहर नहीं निकल सके और उन्हें रेस्क्यू की आवश्यकता पड़ी।
घटना का विवरण | Shivpuri Flood Rescue
- गुरुवार की शाम को कुछ राहगीर दोनों नदियों के बीच बने टापू पर पहुंचे।
- अचानक, नदियों का जलस्तर बढ़ गया और वे टापू पर फंस गए।
- फंसे हुए लोगों ने अपने परिजनों को फोन कर जानकारी दी।
- परिजनों ने कोलारस थाने को सूचित किया।
रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत | Shivpuri Flood Rescue
कोलारस थाने के थाना प्रभारी अजय जाट ने सूचना मिलते ही कार्रवाई शुरू की।
- टीम गठन:
- पुलिस, प्रशासन और एसडीईआरएफ की टीम ने मिलकर रेस्क्यू अभियान की योजना बनाई।
- टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
- रात में रेस्क्यू संभव नहीं
- सिंध नदी में तेज बहाव और टापू की ऊंचाई के कारण रात में रेस्क्यू करना कठिन था।
- टीम ने रात भर वहां डेरा डालकर इंतजार किया।
सुबह का रेस्क्यू ऑपरेशन | Shivpuri Flood Rescue
शुक्रवार की सुबह 6 बजे, रेस्क्यू ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया।
- रेस्क्यू की प्रक्रिया:
- टीम ने बोट का उपयोग कर टापू पर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया।
- करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद, सभी 8 लोगों को सुरक्षित बाहर लाया गया।
- सफल रेस्क्यू:
- सभी 8 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।
- किसी को कोई चोट नहीं आई और उन्हें सुरक्षित उनके परिजनों को सौंपा गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आई चुनौतियाँ | Shivpuri Flood Rescue
- तेज बहाव: सिंध नदी में तेज बहाव के कारण ऑपरेशन में मुश्किलें आईं।
- रात का समय: रात में टापू की ऊंचाई के कारण रेस्क्यू करना असंभव था।
- जलस्तर: बढ़ता जलस्तर और लगातार बारिश ने चुनौती को और बढ़ा दिया था।
मौके पर मौजूद अधिकारियों के बयान | Shivpuri Flood Rescue
- अजय जाट, थाना प्रभारी:
“हमारे लिए प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा थी। रात में स्थिति बेहद गंभीर थी, लेकिन हमने धैर्य से काम लिया और सुबह होते ही ऑपरेशन शुरू किया।” - एसडीईआरएफ टीम प्रमुख:
“रेस्क्यू ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हमारी टीम ने अपने अनुभव और तकनीकी कौशल का बेहतरीन उपयोग किया।”
रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता के पीछे की रणनीति | Shivpuri Flood Rescue
- समय पर निर्णय:
- रात में रेस्क्यू न करने का निर्णय सही साबित हुआ।
- टीम का सामंजस्य:
- पुलिस, प्रशासन और एसडीईआरएफ की टीम ने मिलकर तेजी से कार्य किया।
- तकनीकी मदद:
- बोट और अन्य उपकरणों का सही समय पर उपयोग किया गया।
अधिकारियों का बयान | Shivpuri Flood Rescue
अधिकारी का नाम | बयान |
---|---|
अजय जाट, थाना प्रभारी | “हमने रात भर स्थिति पर नजर रखी और सुबह होते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।” |
एसडीईआरएफ टीम प्रमुख | “टीम ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी बेहतरीन काम किया।” |
प्रभावित लोगों की स्थिति | Shivpuri Flood Rescue
रेस्क्यू किए गए सभी 8 लोग सुरक्षित हैं और उन्हें कोई चोट नहीं आई है।
- स्वास्थ्य जांच:
- सभी का मेडिकल चेकअप किया गया और उन्हें सुरक्षित उनके परिवारों को सौंपा गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन का महत्व | Shivpuri Flood Rescue
यह ऑपरेशन दिखाता है कि सही समय पर लिए गए निर्णय और सामूहिक प्रयासों से किसी भी संकट से निपटा जा सकता है।
- सिंध और गुंजारी नदियों का खतरनाक जलस्तर:
- इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि बढ़ते जलस्तर के समय लोगों को सावधान रहना चाहिए।
- प्रशासन की तत्परता:
- प्रशासन की तत्परता और टीम वर्क ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया।
समाप्ति
शिवपुरी जिले का यह रेस्क्यू ऑपरेशन दिखाता है कि जब सामूहिक प्रयास होते हैं, तो किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है। सभी 8 लोगों का सुरक्षित बाहर आना इस बात का प्रमाण है कि प्रशासन और टीम वर्क हमेशा ही महत्वपूर्ण होते हैं।
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