Prashant Kishore Alcohol Ban | शराबबंदी पर किशोर का तगड़ा दावा: 1 घंटे में खत्म!
मुख्य बिंदु: | Prashant Kishore Alcohol Ban
- शराबबंदी का दावा:
- Prashant Kishore ने दावा किया कि अगर उन्हें और उनके दल को मौका मिला, तो शराबबंदी को एक घंटे के भीतर समाप्त कर देंगे।
- उन्होंने कहा, “शराबबंदी एक घंटे के भीतर समाप्त कर दी जाएगी। इस पर एक घंटा भी नहीं लगेगा।”
- नीतीश कुमार पर आरोप:
- Kishore ने नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति पर सवाल उठाया, विशेष रूप से उनके होम डिलीवरी मॉडल पर।
- “नीतीश कुमार का होम डिलीवरी मॉडल चल रहा है, दुकानें बंद हैं लेकिन होम डिलीवरी चालू है,” उन्होंने कहा।
- गांधी जी का संदर्भ:
- Kishore ने गांधी जी के शराबबंदी के दृष्टिकोण को गलत बताया। उनका कहना है कि गांधी जी ने शराबबंदी को सामाजिक प्रयास के रूप में देखा, न कि कानूनी उपाय के रूप में।
- शराबबंदी की विफलता:
- उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी से समाज को कोई फायदा नहीं हुआ। “शराबबंदी के जरिए कभी भी किसी समाज का विकास नहीं हुआ है।”
- प्रशासन की विफलता:
- Kishore ने आरोप लगाया कि शराबबंदी के कारण पुलिस प्रशासन का ध्यान कानून-व्यवस्था से हटकर शराबबंदी को लागू करने में लग गया है।
- “अब पुलिस पूरी तरह से शराबबंदी को लागू करने में लगी हुई है, सामान्य पुलिसिंग का काम छोड़ दिया गया है।”
- महिला उत्पीड़न:
- उन्होंने यह भी कहा कि शराबबंदी के नाम पर महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं।
- “महिलाओं को थानों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और पुलिस उनके घरवालों को परेशान कर रही है।”
शराबबंदी के प्रभाव: | Prashant Kishore Alcohol Ban
आंकड़े:
आंकड़ा | विवरण |
---|---|
कुल केस | 36,000 |
अंडर ट्रायल कैदी | 1,13,000 से 1,40,000 |
प्रभावित वर्ग | गरीब, अति पिछड़े, और दलित समाज |
राजस्व हानि | करोड़ों रुपये |
- कानूनी स्थिति:
- किशोर ने दावा किया कि शराबबंदी के कानून ने न्यायपालिका पर भी बुरा असर डाला है। अदालतें शराबबंदी से संबंधित मामलों से ओवरलोड हो गई हैं।
- राजनीतिक इरादे:
- Kishore ने कहा कि नीतीश कुमार की शराबबंदी एक राजनीतिक दिखावा है और इसका कोई वास्तविक लाभ नहीं है।
- उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं बिना वोट की चिंता किए अपनी बात रखूंगा और शराबबंदी को एक घंटे के भीतर समाप्त करने का वादा करता हूँ।”
प्रशांत किशोर का संकल्प: | Prashant Kishore Alcohol Ban
- भूमि सुधार पर जोर:
- Kishore ने भूमि सुधार के मुद्दे पर भी जोर दिया और कहा कि वह इस मुद्दे पर अपनी बात दृढ़ता से रखेंगे, भले ही इससे सवर्ण वर्ग नाराज हो।
- जन स्वराज का वादा:
- “अगर हमें मौका मिला, तो जन स्वराज के तहत शराबबंदी को समाप्त कर देंगे,” उन्होंने कहा।
उद्धरण: | Prashant Kishore Alcohol Ban
- Prashant Kishore: “शराबबंदी को एक घंटे के भीतर समाप्त कर दिया जाएगा। इसका कोई फायदा नहीं है।”
- “गांधी जी ने शराबबंदी के लिए कोई कानूनी उपाय नहीं सुझाया, यह केवल एक सामाजिक प्रयास था।”
सारांश: | Prashant Kishore Alcohol Ban
Prashant Kishore ने नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति की आलोचना की है और इसे एक घंटे के भीतर समाप्त करने का वादा किया है। उन्होंने गांधी जी के शराबबंदी पर दृष्टिकोण को गलत बताते हुए कहा कि शराबबंदी का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है और इसका समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। Kishore ने शराबबंदी के लागू होने से संबंधित प्रशासनिक और न्यायिक मुद्दों की भी आलोचना की है और भविष्य में जन स्वराज के तहत इस मुद्दे को समाप्त करने का संकल्प व्यक्त किया है।
Sitesh Choudhary
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