Bihar Education Department Bag Scandal | सरकारी बैग की असली कीमत खुली: बिहार में बवाल मचा!
बिहार शिक्षा विभाग: 120 का बैग बच्चों को 1200 का थमा दिया, ये रही सच्चाई!
परिचय
बिहार शिक्षा विभाग के स्कूल बैग खरीद मामले में हाल ही में एक गंभीर आरोप लगा है। इस आरोप के मुताबिक, विभाग ने जिन बैग्स की खरीदारी की है, उनकी कीमत वास्तविक मूल्य से काफी अधिक है। इस खबर की सच्चाई जानने के लिए बिहार तक की टीम ने गहराई से जांच की है।
मुख्य आरोप | Bihar Education Department Bag Scandal
- सत्ताधारी दल का आरोप: जेडीयू के एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार शिक्षा विभाग ने जो बैग्स बच्चों को वितरित किए हैं, उनकी लागत सरकारी मूल्य से कहीं अधिक है।
- बैग की कीमत का विवाद: संजीव सिंह का कहना है कि बैग की कीमत ₹1200 है, जबकि मार्केट में इसकी कीमत ₹150-200 है।
सदन में क्या हुआ? | Bihar Education Department Bag Scandal
- संजीव सिंह की शिकायत: एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने सदन में यह मुद्दा उठाया और बैग की असली कीमत दिखाते हुए शिक्षा विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
- शिक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया: शिक्षा मंत्री सुनील कुमार सिंह ने कहा कि पांच गुनी कीमत पर बैग खरीदने की जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
ग्राउंड रिपोर्ट | Bihar Education Department Bag Scandal
बिहार तक की टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर बैग की सच्चाई जानने की कोशिश की। यहाँ पर हमने कई दुकानदारों और फैक्ट्रियों से बात की।
दुकानदारों से बातचीत | Bihar Education Department Bag Scandal
- मोहम्मद शाहिद खान:
- फैक्ट्री में बैग की कीमत: ₹150-200
- बैग की गुणवत्ता: लो-क्वालिटी, जल्दी फट सकता है।
- बैग की मजबूती: एक दिन में ही फट सकता है।
- रिंकू जी:
- फैक्ट्री में बैग की कीमत: ₹120-150
- बैग की गुणवत्ता: बेहतर गुणवत्ता, फोम के साथ।
विश्लेषण | Bihar Education Department Bag Scandal
दुकानदार | कीमत (₹) | गुणवत्ता | टिप्पणी |
---|---|---|---|
मोहम्मद शाहिद खान | 150-200 | लो-क्वालिटी | जल्दी फटने वाला |
रिंकू जी | 120-150 | बेहतर | फोम के साथ |
उपसंहार | Bihar Education Department Bag Scandal
हमारी रिपोर्ट से साफ होता है कि बिहार शिक्षा विभाग द्वारा वितरित बैग्स की कीमत वास्तव में उच्च है। कई दुकानदारों और फैक्ट्रियों ने पुष्टि की है कि इन बैग्स की मार्केट कीमत ₹150-200 के आसपास है, जबकि सरकारी बैग्स की कीमत ₹1200 है। इस मुद्दे पर विभाग की जांच और कार्रवाई की आवश्यकता है।
उद्धरण
“अगर बैग की कीमत 5 गुना अधिक है, तो इसकी जांच की जानी चाहिए। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।” – सुनील कुमार सिंह, शिक्षा मंत्री
अंतिम विचार
बिहार शिक्षा विभाग की इस खरीद में भ्रष्टाचार की संभावनाएँ उजागर हो चुकी हैं। इस मुद्दे की गहराई से जांच होनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकारी पैसे का दुरुपयोग नहीं हो रहा है।
हमारी रिपोर्ट पर नजर बनाए रखें और इस मुद्दे पर नवीनतम अपडेट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।
Sitesh Choudhary
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