Bihar By Election | RJD, JDU, BJP के टिकट से कौन चमकेगा? उपचुनाव की गहराई में!
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव: RJD, JDU और BJP से टिकट की संभावनाएं
नई दिल्ली, 3 अगस्त 2024 – बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव आयोग की ओर से नोटिफिकेशंस जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इन उपचुनावों की महत्वपूर्णता को देखते हुए दशहरा और दुर्गा पूजा के पहले ही चुनाव की संभावना जताई जा रही है।
उपचुनाव के लिए खाली सीटें | Bihar By Election
- बेलागंज: पूर्व विधायक सुरेंद्र यादव के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई है।
- इमामगंज: केंद्रीय मंत्री तारामणि मांझी के सांसद बनने से यह सीट भी खाली हो गई है।
- रामगढ़: सुधाकर सिंह के सांसद बनने के बाद यह सीट भी रिक्त है।
- तरारी: सुदामा प्रसाद के सांसद बनने से यह सीट भी खाली हो गई है।
प्रमुख उम्मीदवारों की संभावनाएं | Bihar By Election
बेलागंज
- पिछला रिकॉर्ड:
- सुरेंद्र यादव (आरजेडी) ने 2020 में 7,978 वोट प्राप्त किए थे।
- अभय सिन्हा (जेडीयू) को 5,575 वोट मिले थे।
- रामाश्रय शर्मा (लोजपा) को 12,500 वोट प्राप्त हुए थे।
- संभावित उम्मीदवार:
- डॉ. विश्वनाथ यादव: सुरेंद्र यादव के बेटे और पूर्व विधायक। बेलागंज और जहानाबाद की राजनीति से अच्छी तरह वाकिफ हैं।
- विनोद यादवेंदु: पूर्व एमएलए और पार्टी के वरिष्ठ नेता।
- आरजेडी के लिए यह सीट महत्वपूर्ण है, क्योंकि सुरेंद्र यादव के सांसद बनने के बाद से यह सीट खाली है। पार्टी डॉ. विश्वनाथ यादव को टिकट देने की संभावना जता रही है।
एनडीए की तैयारी | Bihar By Election
- जेडीयू की ओर से संभावित उम्मीदवार:
- मनोरमा देवी: पूर्व एमएलसी और बिंदी यादव की पत्नी। पार्टी की ओर से उनकी उम्मीदवारी की चर्चा है।
- पाला बदलने की संभावना:
- राजनीति में पाला बदलने की घटनाएँ आम हैं। अभय सिन्हा जैसे उदाहरण यह दिखाते हैं कि कैसे राजनीतिक दल रणनीतिक बदलाव कर सकते हैं।
इमामगंज
- पिछला रिकॉर्ड:
- तारामणि मांझी (जेडीयू) के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है।
- संभावित उम्मीदवार:
- एनडीए: यहाँ से उम्मीदवार की संभावना पर चर्चा जारी है।
रामगढ़
- पिछला रिकॉर्ड:
- सुधाकर सिंह (आरजेडी) के सांसद बनने के बाद यह सीट भी रिक्त हो गई है।
- संभावित उम्मीदवार:
- आरजेडी और एनडीए के भीतर उम्मीदवारों की संभावनाओं पर विचार।
तरारी
- पिछला रिकॉर्ड:
- सुदामा प्रसाद (सीपीआई एमएल) के सांसद बनने के बाद यह सीट भी खाली हो गई है।
- संभावित उम्मीदवार:
- आरजेडी और अन्य दलों द्वारा संभावित नामों पर चर्चा जारी।
चुनाव की रणनीति और महत्व | Bihar By Election
उपचुनाव महागठबंधन और एनडीए के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण साबित होगा। महागठबंधन के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि तीन सीटें उनकी हैं। वहीं एनडीए चारों सीटों पर कब्जा करने की कोशिश में लगे हुए हैं। यह उपचुनाव 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले एक सेमीफाइनल की तरह देखा जा सकता है।
“यह उपचुनाव महागठबंधन और एनडीए दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। यह तय करेगा कि कौन सा गठबंधन 2025 के चुनावों में प्रमुख ताकत बनेगा।”
निष्कर्ष | Bihar By Election
बिहार की इन चार सीटों पर उपचुनाव की प्रक्रिया ने राजनीतिक दलों के बीच गहमा-गहमी बढ़ा दी है। सभी पार्टियाँ अपनी-अपनी रणनीतियाँ तैयार कर रही हैं और संभावित उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया में जुटी हैं। आगामी उपचुनाव यह दर्शाएगा कि कौन सा दल किस प्रकार की चुनावी रणनीति के साथ आगे बढ़ता है और किसके पास इस चुनावी खेल में जीत की संभावना अधिक है।
Sitesh Choudhary
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