Temple Property Registration | Bihar में मंदिर-मठों का बड़ा खुलासा! जानें पूरा सच!
बिहार में मंदिर-मठों की संपत्ति की गणना के लिए Nitish सरकार ने बढ़ाया दबाव
पटना: Waqf Board Amendment Bill के पारित होने के बाद बिहार सरकार ने राज्य के मंदिर और मठों की अचल संपत्ति के रजिस्ट्रेशन को लेकर सख्ती बढ़ा दी है। नितीश सरकार ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में संचालित हो रहे बिना रजिस्ट्रेशन वाले मंदिर और मठों का रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, इन संपत्तियों की जानकारी धार्मिक न्यास बोर्ड के पास भेजी जाए, जो कि बीएसबीआरटी (Bihar State Board of Religious Trusts) के अंतर्गत आता है।
मंदिर-मठों की संपत्ति का विवरण अपडेट होगा | Temple Property Registration
मुख्य बिंदु:
- सख्त निर्देश: बिहार सरकार ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया है कि बिना रजिस्ट्रेशन वाले मंदिर और मठों को रजिस्टर करें।
- सूचना का अपलोड: मंदिर और मठों की संपत्ति का विवरण बीएसबीआरटी की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।
- आंकड़े: बिहार में लगभग 3000 अनरजिस्टर्ड मंदिर और मठ हैं, जिनके पास 4000 एकड़ से अधिक भूमि है।
नितिन नवीन का बयान | Temple Property Registration
बीएसबीआरटी के अंतर्गत विधि विभाग के मंत्री नितिन नवीन के अनुसार, “राज्य सरकार का यह फैसला पुराना है, लेकिन अब इसे सख्ती से लागू किया जा रहा है। सभी जिलों को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है।”
रजिस्ट्रेशन की वर्तमान स्थिति | Temple Property Registration
अब तक, केवल 18 जिलों ने बीएसबीआरटी को रजिस्ट्रेशन कराया है और अपनी संपत्ति का विवरण वहां पर अपलोड किया है। बिहार हिंदू धार्मिक ट्रस्ट एक्ट 1950 के अनुसार, सभी सार्वजनिक मंदिर, मठ ट्रस्ट और धर्मशालाएं बीएसबीआरटी के तहत रजिस्टर्ड होना अनिवार्य हैं।
वर्तमान आंकड़े:
जिला | रजिस्टर्ड मंदिर-मठ | अनरजिस्टर्ड मंदिर-मठ | कुल भूमि (एकड़ में) |
---|---|---|---|
वैशाली | 438 | – | – |
कैमूर | 307 | – | – |
पश्चिम चंपारण | 273 | – | – |
भागलपुर | 191 | – | – |
बेगूसराय | 185 | – | – |
सारन | 154 | – | – |
गया | 152 | – | – |
कुल रजिस्टर्ड | 2499 | – | 18496 |
सरकारी बैठक का आयोजन | Temple Property Registration
नितिन नवीन इस महीने के अंत में अन्य विभागों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक का उद्देश्य इस कानून को राज्य के सभी मंदिर और मठों में लागू कराना है।
उद्धरण:
“हमारी कोशिश है कि इस कानून को जल्द से जल्द बिहार के सभी मंदिर और मठों में लागू किया जाए, ताकि संपत्तियों की पारदर्शिता बनी रहे और किसी भी गलतफहमी या अनियमितता को रोका जा सके।” – नितिन नवीन
समापन | Temple Property Registration
Bihar State Board of Religious Trusts के अंतर्गत मंदिर और मठों के रजिस्ट्रेशन का यह कदम न केवल संपत्तियों की पारदर्शिता को बढ़ावा देगा, बल्कि किसी भी अनियमितता या गलतफहमी को भी रोकेगा। यह कदम बिहार सरकार द्वारा धार्मिक संपत्तियों के प्रबंधन और निगरानी के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
Sitesh Choudhary
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बहुत अच्छा किया जा रहा है।
Nice
अच्छा हो रहा है