Private Bus Fare Exploitation | यात्री शोषण: बेतिया से गोरखपुर की बसों में मनमाना किराया
बेतिया से गोरखपुर तक प्राइवेट बसों का शोषण
बिहार के बेतिया से गोरखपुर की ओर चलने वाली प्राइवेट बसों द्वारा यात्रियों से अत्यधिक किराया वसूला जा रहा है। यह गंभीर समस्या तब सामने आई जब यात्रियों ने बेतिया से पडरौना और बेतिया से गोरखपुर के बीच किराए की असमान वसूली की शिकायत की।
बेतिया से पडरौना और गोरखपुर तक की यात्रा
- बेतिया से पडरौना: दूरी 80 किलोमीटर, किराया ₹200
- बेतिया से गोरखपुर: दूरी 156 किलोमीटर, किराया ₹300
इस असमान किराया वसूली की स्थिति ने यात्रियों को गहरी चिंता में डाल दिया है।
किराया वसूली की विसंगतियां | Private Bus Fare Exploitation
प्राइवेट बसों द्वारा मनमाना किराया वसूली की समस्याएं निम्नलिखित बिंदुओं पर आधारित हैं:
- मनमाना किराया: बेतिया से पडरौना और गोरखपुर तक के लिए क्रमशः ₹200 और ₹300 का किराया वसूला जा रहा है।
- नियंत्रण की कमी: क्या इन प्राइवेट बसों पर कोई निगरानी या नियंत्रण है?
किराया वसूली का विवरण
रूट | दूरी (किमी) | मानक किराया (₹) | वसूला गया किराया (₹) |
---|---|---|---|
बेतिया से पडरौना | 80 | 100-150 | 200 |
बेतिया से गोरखपुर | 156 | 250-275 | 300 |
प्राइवेट बसों का नियामक नियंत्रण | Private Bus Fare Exploitation
हालांकि, बीच-बीच में एआरटीओ कुशीनगर और गोरखपुर आरटीओ द्वारा इन बसों पर कार्रवाई की जाती रही है, फिर भी मनमाना किराया वसूली और असुरक्षित संचालन की समस्या लगातार बनी हुई है।
अधिकारियों की कार्रवाई
- एआरटीओ कुशीनगर: नियमित जांच और कार्रवाई।
- गोरखपुर आरटीओ: निगरानी और जुर्माना।
यात्रियों की परेशानियां | Private Bus Fare Exploitation
यात्री इस मनमानी वसूली से परेशान हैं। उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। इसके अलावा, इन प्राइवेट बसों की दुर्घटनाओं की संभावना भी एक बड़ी चिंता है।
अंतर्दृष्टि | Private Bus Fare Exploitation
- नियामक उपाय: प्राइवेट बसों के संचालन में नियामक उपायों की आवश्यकता है।
- मानक किराया: किराया मानक के अनुरूप होना चाहिए, और यात्रियों को उचित दर पर यात्रा की सुविधा मिलनी चाहिए।
उद्धरण | Private Bus Fare Exploitation
सुरेश चंद गांधी, संवाददाता, कुशीनगर ने कहा, “यह गंभीर समस्या है। प्राइवेट बसों द्वारा यात्रियों से मनमाना किराया वसूली की जा रही है, और यह नियंत्रण की कमी का संकेत है।”
निष्कर्ष | Private Bus Fare Exploitation
बेतिया से गोरखपुर तक की प्राइवेट बसों द्वारा की जा रही किराया वसूली एक गंभीर मुद्दा है। यात्रियों के शोषण और असुरक्षित संचालन के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि बसों का संचालन नियमानुसार हो और यात्रियों को उचित किराया वसूली की सुविधा मिले, निरंतर निगरानी और सुधार की आवश्यकता है।
सुरेश चंद गांधी, संवाददाता, कुशीनगर
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