
दरभंगा: कोयलास्थान, दोमेमे दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित 7 दिनसऽ चलि रहल श्रीमद्भागवत कथाक पूर्ण समापन वैदिक हवन यज्ञक संग कयल गेल।
यज्ञक प्रारंभ दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराजक शिष्या कथा व्यास सुश्री स्वाति भारती जीक कर कमल द्वारा कयल गेल। यज्ञक महत्व बताबैत पंडित श्री संत जी ,श्री अमरजीत जी आ श्री शेखर झा कहलनि जे वर्तमान समाजमे जे यज्ञ पद्धति प्रचलनमे अछि ओ सिर्फ औपचारिकता अछि।
यज्ञक पाछां बहुत गहरा विज्ञान छैक। ऋषि मुनिक एहि प्राचीन परंपरा के पुनर्जीवित करबाक लेल दिव्य ज्योति वेद मंदिर लंबा समयसऽ प्रयासरत अछि जकर संस्थापक आ संचालक दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी छलाह।
पंडित सभ कहलनि जे सभ शुद्ध सामग्री नागरमोथा, पित्त पापरा, जटामशि, लक्ष्मण बूटी, क्षेणकाष्ठ, गिलोई, तेजबल, खस, पलास पुष्प,कमल फल,गोखरू, लाज्यावटी मुलैठी,......सन औषधि केर देशी गायक घीक संग मिलाकऽ हवन कयल जाईछ त ओहिसऽ निकलै वाला धुआं वायु के शुद्ध करैत वातावरणमे ऑक्सीजनक मात्रा बढ़ाबैत अछि संगहि स्वास्थ्य लाभ सेहो दैत अछि।
स्वांस रोग आ नेत्र रोगमे वैदिक यज्ञक धुआं सऽ विशेष लाभ होईछ। एहि अवसरपर बिहार-झारखंड प्रभारी स्वामी श्री यादवेंद्रानंद जी, दरभंगा ब्रांच प्रभारी स्वामी श्री विरेंद्रानंद जी, संजय सिंहक संग क्षेत्रभरि के भक्तगणक भारी संख्यामे उपस्थिति दर्ज कयल गेल।
..... Sitesh Choudhary
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