कांग्रेस अपनी धूर्तता के कारण ही आज उस हाल में है, जहां से उसका अच्छे हाल में वापस आना शायद संभव नहीं है। 'शायद' इसलिए क्योंकि वह अभी भी धूर्तता का सहारा लेकर सत्तासीन होना चाहती है। जहां तक उनके नामी-गिरामी हास्य कलाकार 'युवराज' की बातें करें तो वह नेता के तौर पर अब भी 'Below Average' ही साबित हो रहे हैं। विदेशी ताकतों खासकर UK-US की लॉबी जिस एजेंडा को Sponsor कर रही है, 'युवराज' उसे धूर्तता से बढ़ावा दे रहे हैं। बिना राजनीतिक भावना को आहत किये शांतिपूर्ण ढंग से कुछ प्रश्नों का उत्तर उनसे लिया जाय जिन्होंने 'अडानी' पर हाय तौबा मचा रखा है -
(१) भारतीय कम्पनीज में विदेशी इन्वेस्टमेंट की हिस्सेदारी किसकी सरकार में वैध घोषित किया गया?
(२) क्या हमारे देश में कोई ऐसा कानून है जिससे ज्ञात हो कि कोई बाहरी कम्पनी भारतीय कम्पनीज में फण्ड नहीं कर सकती या शेयर होल्डर नहीं हो सकती?
(३) क्या 'अडानी डिफेंस' भारत की पहली और आखिरी कम्पनी है जहां विदेशी फंड लगा हुआ है?
(४) 'युवराज' को देश की सुरक्षा की चिन्ता तब क्यों नहीं हुई जब आधार वगैरह के माध्यम से पूरे देश की निजता उन्होंने विदेशी ताकतों के हाथ में रखी?
और अंत में,
कांग्रेस ने जिस पगडंडी का निर्माण किया था, वह भाजपाकाल में एक्सप्रेसवे बन चुका है। हमारे देश का कोई भी राजनीतिक दल अडानी की बजाय पूरे सिस्टम को चैलेंज क्यों नहीं कर रहा जो डिफेंस कम्पनी में बाहरी निवेश को अनुमति देते हैं?
नोट:- अगर देश स्वतंत्र है तो जनता भी। कोई नेता हमारा रिश्तेदार नहीं। खुलकर बोलो सब नेता चोर है।
Sitesh Choudhary
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